पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के जनरल सर्जिकल ओटी के ब्लोअर में आज शनिवार की दोपहर अचानक शॉर्ट लगने से लगी आग के कारण अफरा-तफरी मच गई। उस समय ओटी में एक मरीज की किडनी से पत्थर निकालने का ऑपरेशन शुरू होने ही वाला था। बेहोशी के दौरान मरीज को ऑक्सीजन देने वाली मशीन के अचानक बंद हो जाने पर डॉक्टर ने तत्परता दिखाते हुए मरीज के कटे हिस्से पर टांका लगा कर उसे ओटी टेबल से बाहर निकाला। कर्मियों ने सक्रियता दिखाते हुए फायर सिस्टम की मदद से आग बुझाई।
वही ओटी इंचार्ज डॉ अशोक कुमार ने बताया कि जनरल सर्जरी ओटी के ब्लोअर समेत कई जगहों पर शॉर्ट लगने से ऑपरेशन बाधित हुआ है। सर्जरी के तीन मरीजों का ऑपरेशन टाला दिया गया है। कान नाक गला विभाग, हड्डी रोग विभाग, स्त्री एवं प्रसूति विभाग में मरीजों का ऑपरेशन हो जाने के बाद यह समस्या उत्पन्न हुई थी। आग लगने के कारण की जांच के दौरान कर्मियों ने बताया की ओटी में आपूर्ति होने वाली बिजली में शॉर्ट लगने के बाद भी एमसीवी ने काम नहीं किया। वायरिंग करने वाले इलेक्ट्रिशयन ने लाइन को डायरेक्ट कर दिया था। इस लापरवाही से अस्पताल में बड़ा हादसा हो सकता था।
इस घटना के बारे में ओटी कर्मियों ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर करीब 3:30 बजे भी शॉर्ट लगने से आधा दर्जन से अधिक ट्यूब लाइट फ्यूज हो गया था। सेंट्रल स्टरलाइजेशन मशीन में भी शॉट लगा था। समय रहते इस समस्या का स्थाई समाधान कर लिया जाता तो शनिवार को दोबारा आग नहीं लगती।
आपको बताते चले कि इस पूरे मामले पर अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि शॉर्ट लगने के कारण ओटी में मामूली तौर पर लगी आग को कर्मियों ने फायर सिस्टम से बुझा दिया है। शॉर्ट लगने के कारण ओटी के किस किस उपकरण को नुकसान पहुंचा है इसकी विभागीय स्तर पर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में करीब एक साल पहले ही नई वायरिंग कराई गई है। आग लगने के सही कारण का पता किया जा रहा है।