पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज)करीब तीन साल से भर्ती नहीं हुई, पुलिस कर्मियों को पता नहीं है कि भर्ती कब होगी कोरोना संक्रमण के कारण कई वर्षों की तैयारी के बाद भी भर्ती नहीं हुई है। घोषणा के बावजूद सरकार भर्ती प्रक्रिया को लागू नहीं कर रही है। जिससे युवाओं में असंतोष है।
कुछ दिन पहले अनिल देशमुख जिन्हें राज्य के गृह मंत्री के रूप में पद छोड़ना पड़ा था,ने घोषणा की थी कि वह जल्द ही 12,538 पदों के लिए पुलिस भर्ती प्रक्रिया शुरू करेंगे। लेकिन घोषणा हवा में चली गई। नवंबर 2019 में भर्ती विज्ञापन देकर छात्रों के आवेदन फॉर्म भरे, लेकिन आगे कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस बीच पिछले साल से ही कोरोना के प्रकोप के चलते भर्तियां ठप हैं। अब भर्ती की तैयारी कर रहे युवा इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यह इंतजार कब खत्म होगा और भर्ती कब होगी। पुलिसकर्मी बनने के लिए आर्थिक साधन न होने के बावजूद अकादमी में दाखिला लेकर पिछले तीन साल से तैयारी कर रहे कई युवकों ने अपनी व्यथा सुनाई।
सरकार बार-बार कानाफूसी कर रही है। इस बात से निराश होकर कि भर्ती अभी नहीं हो रही तो कई युवक रोजी रोटी जीविका चलाने के लिए दूसरा काम करने का फैसला किया। दैनिक शारीरिक व्यायाम से थकान,उम्र बढ़ने, परिणाम शारीरिक और मानसिक थकावट है। सरकार को भर्ती पर तत्काल निर्णय लेना चाहिए। हम यह भी जानते हैं कि कोरोना संकट में सरकार की आर्थिक स्थिति खराब है। समझौता कर सरकार जल्द से जल्द भर्ती करे। सरकार से काफी उम्मीदें हैं। इससे पहले बड़ी संख्या में बच्चों को अकादमी में भर्ती कराया गया था। कोरोना के कारण भर्ती नहीं होने से बच्चों का एकेडमी के प्रति रुझान कम हुआ है। इससे छात्रों का साल बर्बाद हो रहा है। जैसे-जैसे वह बड़ा होता जाता है, उसे चिंता होती है कि पुलिसकर्मी बनने का उसका सपना अधूरा रह जाएगा। अगर ऐसा ही लंबा चला तो युवकों की सालों की मेहनत पानी में चली जाएगी।