पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे अपराध बिबवेवाड़ी पुलिस ने आखिरकार औरंगाबाद के बंटी-बबली दंपति मुकेश राठौड़ और सुनीता क्षीरसागर को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है,जिन्होंने गूगल पे के जरिए चार महिला विधायकों को धोखा दिया था और दावा किया था कि उनकी मां बीमार थी और उन्हें पैसे की सख्त जरूरत थी। दिलचस्प बात यह है कि जांच में यह भी पता चला कि दोनों प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।
पुलिस उपायुक्त नम्रता पाटिल के मुताबिक औरंगाबाद के मुकेश राठौड़ और सुनीता क्षीरसागर दोनों किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं और तीन साल से औरंगाबाद में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। चूंकि दोनों की स्थिति खराब है,कमरे का किराया,मेस आदि के लिए घर से पैसे मांगना उचित नहीं है,वे दोनों जन प्रतिनिधियों से यह कहते हुए गुगल पे के माध्यम से पैसे मांगने लगे कि उनकी माँ बीमार है।
इन महिला विधायकों ने किया भुगतान-
इस बीच उन्होंने भाजपा विधायक माधुरी मिसाल,विधायक मेघना बोर्डिकर साकोर,विधायक देवयानी फरांडे,विधायक श्वेता महाले से कहा कि उनकी मां बीमार हैं और उन्हें पैसों की सख्त जरूरत है। उसके बाद माधुरी मिसाल ने 3400 रुपये, देवयानी फरांडे ने 4,000 रुपये, श्वेता महाले ने 3700 रुपये दिए। विधायक मेघना बोर्डिकर साकोर ने पैसे नहीं दिए। उसके बाद ये दोनों यहीं नहीं रुके,उन्होंने अन्य विधायकों से संपर्क किया और पैसे की मांग की।
औरंगाबाद में फंसे-
इसी बीच मुंबई में पार्टी की बैठक हुई। उस वक्त चारों विधायक आपस में बातचीत कर रहे थे। चर्चा से पता चला कि किसी ने गुगल पे से भुगतान किया गया था। इसके बाद साफ हो गया कि ठगी हुई है। ऐसे में माधुरी मिसाल की बेटी पूजा ने बिब्वेवाड़ी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उसी शिकायत के आधार पर जब आरोपियों की तलाश शुरू की गई तो दोनों के औरंगाबाद में होने की सूचना मिलने पर दोनों को जाल बिछाकर वहीं से गिरफ्तार कर लिया गया। इन दोनों से पूछताछ के बाद उन्होंने कहा है कि तीनों विधायकों से उधार लिए गए पैसे को वापस कर दिया है।
ऐसे में पूरे मामले की जांच चल रही है और उसके बाद कितने लोगों ने पैसे लिए हैं। वे कितने लोगों के संपर्क में आए? इसकी जांच पुलिस कर रही है।