Lonavala लोनावला(व्हीएसआरएस न्युज) आपने आज कई तरह की खेती देखी होगी। लेकिन क्या ये सभी प्रकार सिर्फ मिट्टी की खेती होनी चाहिए? क्या आप कहेंगे कि यह एक प्रश्न है? मिट्टी के बिना कृषि नहीं हो सकती,वही आज हम देख रहे हैं। हालाँकि वर्तमान में पुणे गैर-मिट्टी खेती के साथ प्रयोग कर रहा है। इस खेती को आप अपने घर में भी कर सकते हैं। नासा भविष्य में मंगल ग्रह पर कृषि करने की कोशिश कर रहा है।
यह इस अनूठी प्रकार की खड़ी खेती से संभव हुआ है। प्रवीण शर्मा ने पुणे के लोनावला में खेती के इस नए प्रयोग की शुरुआत की है। इस क्षेत्र में वर्तमान में दो एकड़ बारह गुंठा क्षेत्र में खेती कर रहे हैं। यह इस अनूठी खड़ी खेती से संभव हुआ है। जमीन पर एक पौधा लगाने के लिए जितनी जगह चाहिए उतनी ही जगह के लिए इस खेत में 108 पौधे लगाए गए हैं। तो दो एकड़ जमीन से होने वाली आमदनी की तुलना में सिर्फ बारह गुंठा में मिल रही है।
यह बिना खेती वाली खेती नासा को पसंद आने लगी है। इसलिए अनुसंधान के लिए मंगल पर जाने वाले शोधकर्ताओं की भूख को संतुष्ट करने के लिए नासा मंगल पर ऐसी फसल लाने की कोशिश करने जा रहा है। यह दावा प्रवीण शर्मा ने किया है। चेरी टमाटर,बटाविया लेट्यूस,लोलोरोसो लेट्यूस,कर्लीकॉल,इंग्लिश बेबी ककड़ी,भूत जोकिया जैसी विभिन्न फसलें यहां उगाई गई हैं। शर्मा ने कहा,जल्द ही फसल को घर ले जाना संभव होगा,उन्होंने कहा कि उनका शोध अपने अंतिम चरण में था। बढ़ती जनसंख्या के कारण कृषि भूमि पर सीमेंट के जंगल तेजी से उभर रहे हैं। नतीजतन फसल उत्पादन में दिन-ब-दिन गिरावट आ रही है। आने वाले समय में स्थिति और खराब होने की संभावना है। उस समय जब खेती की जमीन बहुत ही कम बचेगी तो यही एरोपोनिक खेती सबकी भूख मिटा देगी। इसलिए कहा जा रहा है कि किसान इस अनूठी खेती को स्वीकार करें।