पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड मनपा आयुक्त राजेश पाटिल ने घोषणा की है कि चिंचवड़-ऑटो क्लस्टर में एक बड़े कोरोना केयर सेंटर (जंबो कोविड सेंटर) को इस आधार पर बंद किया जा रहा है कि कोई कोरोनरी हृदय रोग के मरीज भर्ती नहीं हो रहे है। कमिश्नर के इस फैसले के खिलाफ यहां के मेडिकल स्टाफ ने धरना शुरू कर दिया है। कोरोना सेंटर की शुरुआत पिछले साल 200 बेड की क्षमता के साथ कोरोनरी मरीजों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। मौके पर सैकड़ों मरीजों का इलाज भी किया गया। पिछले कुछ दिनों से शहर में कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आ रही है। इस केंद्र में फिलहाल कोई मरीज भर्ती नहीं है। इसलिए इस केंद्र को बंद करना जरूरी है,आयुक्त ने फैसला किया। आयुक्त द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि इस स्थान पर कार्यरत पालिका के अधिकारी एवं कर्मचारी अगले आदेश तक एक ही स्थान पर कार्य करते रहेंगे। हालांकि चिकित्सा कर्मियों की सेवानिवृत्ति के साथ उन्होंने आंदोलन शुरू कर दिया है।
कर्मचारियों का विरोध आंदोलन गरज सरो वैद्य मारो
पालिका पर गरज सरो,वैद्य मारो की नीति को कार्रवाई में दिखाने का आरोप लगाते हुए चिकित्सा कर्मियों ने अस्पताल परिसर में धरना शुरू कर दिया है। पालिक ने इसे चलाने के लिए स्पर्श नामक एक निजी संस्था को यह केंद्र दिया था। हालांकि उनके प्रबंधन के खिलाफ शिकायतों को ध्यान में रखते हुए पालिका ने उनका अनुबंध रद्द कर दिया। वहां कार्यरत 40 डॉक्टरों समेत करीब 200 कर्मचारियों को नगर पालिका ने अस्थाई रूप से अधिग्रहित कर लिया है। उन्हें यह भी चेतावनी दी गई थी कि जब तक कोरोना का प्रकोप बना रहेगा तब तक वह पालिका की अनुमति के बिना अपनी नौकरी नहीं छोड़ पाएंगे,यह प्रमाणित करते हुए कि उन्हें नियोजित किया जाएगा। दरअसल नगर पालिका ने अस्पताल को बंद कर कर्मचारियों को सेवानिवृत्त कर दिया है।