Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) जुन्नर थाने के एक प्रशिक्षु पुलिस उपनिरीक्षक को उसके जन्मदिन पर एक वकील के साथ भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की कार्रवाई का सामना करना पडा। पुलिस अधिकारी अमोल साहेबराव पाटिल को भ्रष्टाचार विभाग ने हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया है। एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने के मामले में उनकी ओर से रिश्वत की मांग करने वाले अमोल पाटिल और वकील केतन कुमार अशोक पडवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस घटना की तहसील में काफी चर्चा हो रही है क्योंकि इसमें पुलिस अधिकारी और एक जाने-माने वकील शामिल हैं।
जुन्नर थाने में दर्ज अपराध में मदद के लिए शिकायतकर्ता से एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। शिकायतकर्ता 50,000 रुपये देने को तैयार था, जिसमें से शुरू में 25,000 रुपये और शेष राशि का भुगतान 15 नवंबर को किया जाना था। शिकायतकर्ता ने शिकायत में कहा है कि पुलिस उपनिरीक्षक अमोल पाटिल और अधिवक्ता केतन पडवाल ने उनकी ओर से रिश्वत की मांग की और रिश्वत की राशि स्वीकार करने का प्रयास किया। पुणे भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के पुलिस उपाधीक्षक श्रीहरि पाटिल के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक ज्योति पाटिल और उनके सहयोगियों ने शनिवार को जुन्नर में 01:00 बजे इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
इस संबंध में जानकारी यह है कि शिकायतकर्ता के विरुद्ध वर्षों पूर्व जुन्नर थाने में दर्ज अपराध की जांच पूरी होने के बाद अंतिम स्वीकृति के लिए उच्चाधिकारियों के पास भेजा गया था। वह इस गलती की भरपाई के लिए फिर से जुन्नर पुलिस के पास आया था। तत्कालीन जांच अधिकारी के तबादले के चलते यह मामला जांच अधिकारी अमोल पाटिल के पास आ गया। उन्होंने शिकायतकर्ता पर अभियोजक होने का आरोप लगाया है और यह अपराध कई अतिरिक्त धाराओं को आकर्षित कर सकता है। अधिवक्ता केतन कुमार पडवाल ने शिकायतकर्ताओं को बुलाया और उनकी ओर से मध्यस्थता करने की इच्छा व्यक्त की। इसके लिए जल्द एक लाख रुपये का भुगतान करने की मांग की। इसी तरह शनिवार को जब शिकायतकर्ता रिश्वत की राशि देने आया तो जाल बिछाया गया। इस समय भ्रष्टाचार निरोधक विभाग को शिकायतकर्ता ने एक वाइस रिकॉर्डर भी दिया था।