पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पूरा देश इस समय कोरोना की चपेट में है। कई की असमय इलाज के कारण मौत हो गई है। एम्बुलेंस या मोटर रिक्शा न मिलने के कारण मौत के कई मामलेहै। इसी तरह पिंपरी-चिंचवड़ शहर में कोरोना का प्रचलन बढ़ रहा है और कई लोग इस तरह की समस्याओं का सामना कर रहे है। ड्राइवर प्रभावित मरीजों को अस्पताल ले जाने से मना करते है। कुछ युवा एक साथ आए हैं ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके और उनकी जान बच सके। पांच रिक्शा चालक मुफ्त में शहर के विभिन्न अस्पतालों में कोरोनरी रोगियों को पहुंचा रहे है। रिक्शा चालक और मालिक का नाम राहुल शिंदे है। उन्होंने कहा है कि वह समाज को कुछ देने के इरादे से ऐसा कर रहे है। ऐसे रिक्शा चालक संकट की घडी में किसी देवदूत से कम नहीं है।
पिंपरी-चिंचवड में हर दिन दो हजार से अधिक नए मरीज पाए जा रहे है। कुछ मर भी रहे है। अक्सर मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिलता है क्योंकि उन्हें वाहन नहीं मिलता है, इसलिए अगली स्थिति का सामना संबंधित परिवार को करना पड़ता है। इसके अलावा शहर में हर मरीज को एम्बुलेंस नहीं मिलेगी। इसलिए शिंदे के पास खुद के पांच रिक्शा हैं और लॉकडाउन के कारण एक जगह पर पार्क किए गए हैं।
हालांकि वे इसका उपयोग समाज के लाभ और प्रभावित रोगियों को अस्पताल ले जाने के लिए कर रहे है। उनके साथ उनके दोस्त शुभम डबले,रवींद्र जाधव,मनोज सुतार और सुधीर कांबले आए है। राहुल शिंदे ने बताया कि मरीज के परिजनों का फोन आने के बाद जो व्यक्ति उपलब्ध है वह मरीज के पास पहुंचता है और उसे रिक्शा से अस्पताल ले जाता है। उनके काम को हर जगह सराहा जा रहा है। इस बीच मोटर चालक जो संक्रमित रोगियों को अस्पताल ले जाने से इनकार करते हैं,उन्हें इससे सबक सीखना चाहिए और बिना किसी डर के इंसान की मदद करनी चाहिए्।