पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवाड़ शहर में कोरोना रोगियों की संख्या दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है। इसलिए वर्तमान में पिंपरी-चिंचवड मनपा के वायसीएम अस्पताल को अन्य बीमारियों के रोगियों के लिए शुरू किया गया है। इसलिए कोरोना के रोगियों के अलावा अन्य बीमारियों के रोगियों को अब बड़ी राहत मिली है। वर्तमान में कोरोना रोगियों को छोड़कर आउट पेशेंट विभाग में हर दिन 800 से 1,000 मरीजों को ओपीडी में भर्ती किया जाता है। तो अन्य बीमारियों वाले रोगियों को अब बहुत राहत मिली है। मार्च में कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद से यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल में कोरोना रोगियों के लिए कोरोना केंद्र घोषित किया गया था।
यशवंतराव चव्हाण अस्पताल वर्तमान में प्रतिदिन 15 से 20 सर्जरी करता है। प्रतिदिन 20 से 25 महिलाओं का प्रसव हो रहा है। पुणे जिले में आम नागरिक और ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिक पिछले नौ महीनों में कोरोना के कारण इलाज से वींचत रहे। प्रायवेट हॉस्पिटलों में लूट मची थी। अब वायसीएम में सभी तरह की बीमारियों का इलाज शुरु होने से लोग राहत की सांस ली है। महाराष्ट्र के पुणे-पिंपरी चिंचवड में कोरोना रोगियों की संख्या चिंता का विषय थी। ऐसी स्थिति में बड़ी संख्या में वायसीएम अस्पताल में कोरोना रोगियों को भर्ती किया गया और उन्हें ठीक किया गया।
राज्य के साथ-साथ पुणे-पिंपरी चिंचवड़ में कोरोना रोगियों की संख्या अब नियंत्रण में आ गई है। बहुत कम अब कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। पिंपरी चिंचवड प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कोविड के समय में नागरिकों की अच्छी देखभाल की। अब शहर में कोरोना रोगियों की संख्या कम हो गई है क्योंकि नागरिक भी कोरोना नियमों का पालन कर रहे हैं।