पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड मनपा में आज सत्तारुढ भाजपा के उम्मीदवार केशव घोलवे उपमहापौर पद पर बिनविरोध निर्वाचित हुए। मुख्य विपक्षीय पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस उम्मीदवार निकिता कदम ने आज अपना नामांकन पर्चा वापस लेने के बाद घोलवे का बिनविरोध चुने जाने का रास्ता साफ हो गया। पुणे के अतिरिक्त आयुक्त कुणाल खेमणार ने पीठासीन अधिकारी के रुप में चुनाव संपन्न कराया।
उपमहापौर पद के लिए 2 नवंबर के दिन भाजपा की ओर से केशव घोलवे और राकांपा की ओर से निकिता कदम ने पर्चा भरा था। राकांपा शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे,विरोधी नेता राजू मिसाल और वरिष्ठ नगरसेवक भाउसाहेब भोईर ने बडे बडे दावे किए थे कि भाजपा के एक नाराज गुट के समर्थन से राष्ट्रवादी का उम्मीदवार इस बार उपमहापौर बनेगा। यह भी दावा किया कि इस बार किसी भी हालत में नामांकन वापस नहीं लेंगे चुनाव का मुकाबला करेंगे। लेकिन पिछले 3 सालों की तरह इस बार राकांपा नेताओं के दावे पूर्व अनुमान के मुताबिक हवाहवाई साबित हुए। हर साल राष्ट्रवादी महापौर,उपमहापौर चुनाव के समय गुब्बारे में हवा भरती है और मतदान दिन तक गुब्बारे हवा में उडाने का काम भी करती है। लेकिन मतदान के दिन भाजपा के स्थानीय नेताओं के आग्रह का सम्मान करते हुए अपने उम्मीदवार को नामांकन पत्र वापस लेने और भाजपा के उम्मीदवार को बिनविरोध चुनने का रास्ता साफ करती आयी है। इस बार भी ऐसा ही हुआ। सत्तारुढ नेता नामदेव ढाके के विनंती का सम्मान करते हुए निकिता कदम को मैदान से हटाकर केशव घोलवे को बिनविरोध चुनने का रास्ता दिया।
केशव घोलवे का नाम आते ही दोनों भाजपा विधायकों में नाराजगी थी। क्योंकि पंकजा मुंडे की सिफारिश से नाम आया था। लेकिन चुनाव के दिन भाजपा शहर अध्यक्ष महेश लांडगे ने घोलवे से 6 महिने बाद की तारिख डालकर त्यागपत्र अभी से जमा करा लिया। क्योंकि 6 महिने बाद महेश लांडगे समर्थक वसंत बोर्हाटे को उपमहापौर बनाया जाएगा। ऐसी चर्चा मनपा के गलियारों में शुरु है।