पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) भारतीय जनता पार्टी पिंपरी-चिंचवड़ शहर की ओर से एमएसईडीसीएल कार्यालय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। कोरोना काल के दौरान आम जनता को बढ़े हुए बिजली बिलों के भुगतान की मांग को लेकर महाराष्ट्र सरकार और बिजली वितरण विभाग के खिलाफ आंदोलन किया गया। यह महाराष्ट्र सरकार के एमएसईडीसीएल कार्यालय के सामने पिंपरी में आयोजित किया गया। आंदोलन का नेतृत्व भाजपा पिंपरी-चिंचवड़ शहर जिला अध्यक्ष और विधायक महेश लांडे और भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष विधायक लक्ष्मण जगताप ने किया। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद अमर साबले,महासचिव अमोल थोरात,महाराष्ट्र प्रदेश महिला मोर्चा के अध्यक्ष उमा खापरे,राज्य सचिव अमित गोरखे,जिला महासचिव राजा दुर्गे,जिला महासचिव मोरेश्वर शेडगे,सत्तारूढ़ दल के नेता नामदेव ढके,राज्य कार्यकारिणी सदस्य सदाशिव खाडे,पूर्व महापौर राहुल जाधव,नगरसेवक संदीप वाघेरे आदि मान्यवर उपस्थित थे।
भाजपा ने कई मांगों का उल्लेख किया था। इसमें सरकार द्वारा लोगों को दिए जाने वाले बिजली बिलों में दमनकारी वृद्धि को तत्काल रद्द करने की मांग करते हुए संबंधित बिजली वितरण अधिकारियों को एक पत्र सौंपा गया। सरकार जिसने कोरोना युग के दौरान लोगों को अत्याधिक बिजली बिल भेजे थे और बढ़े हुए बिलों को माफ करने का झूठा वादा किया था अब बिजली के बिलों को जबरन इकट्ठा करके लोगों को अनावश्यक रूप से परेशान कर रही है। फडणवीस सरकार के दौरान किसानों और आम जनता को अपने बिजली बिलों का भुगतान करने के लिए मजबूर नहीं किया गया था। हालांकि इससे बकाया बढ़ गया। जब भाजपा सत्ता में थी उसने कृषि क्षेत्र के लिए 7.5 लाख नए बिजली कनेक्शन प्रदान किए। लेकिन बिजली कंपनियों को भी फायदा हुआ। अगर यह हमारे (भाजपा सरकार) लिए संभव था,तो वर्तमान सरकार के लिए क्यों नहीं,भाजपा ने सवाल उठाया। कोरोना अवधि के दौरान आम आदमी के पास बिजली के बिलों का भुगतान करने की क्षमता नहीं है। बिल में संशोधन करने की घोषणा से कोई फर्क नहीं पड़ा। कोरोना घोटाले से पहले सरकार के ऊर्जा मंत्री ने 100 इकाइयों तक के बिजली बिलों को माफ करने का वादा किया था। आम जनता पहले से ही वित्तीय संकट में हैं,को जबरन बिजली के बिल जमा कराके परेशानी में नहीं डालना चाहिए।