पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के किसान आंदोलन पर किए गए ट्वीट पर किसान और किसान समर्थक आग बबूला हो गए है।संभाजी ब्रिगेड ने सचिन को दिया गया भारतरत्न वापस लेने की मांग की है। तेंदुलकर का खेल,जिसे देश के सभी लोग पसंद करते थे वही तेंदुलकर किसानों के खिलाफ आग उगल रहा है। सोशल मीडिया पर इस तरह की प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। संभाजी ब्रिगेड ने सचिन के भारत रत्न को वापस लेने की मांग की है।
संभाजी ब्रिगेड ने तेंदुलकर को लपेटेते हुए कहा कि किसान विरोधी सभी हस्तियां किसान का पैदा किया अनाज खाते हैं अगर किसान अनाज पैदा नहीं करेगा तो क्या ये हस्तियां धतूरा खाएंगी। सचिन आज तक क्या सो रहे थे। 70 से 71 दिनों के बाद जागे है। ठंडी,बरसात में 100 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। किसानों को दिल्ली बॉर्डर पर सरकार के आदेशों पर क्या क्या सितम झेलनी पड रही है। देश की हस्तियों को दिखाई नहीं देता? जब वह सांसद थे तब वह राज्यसभा में मौजूद नहीं थे। वहां एक शब्द कभी नहीं बोला। और अब यह किसानों के आंदोलन के बारे में बात कर रहे है। यह सिर्फ बीजेपी की दलाली करना चाहते है। यह भारत ही है जिसने उन्हें भारत रत्न दिया है। किसान धरती का सीना चीरकर मिट्टी से सोना उगाता है और सोने की तरह फसल काटता है। सर्वोच्च पुरस्कार पाने वाला आज किसान विरोधी निकला।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने दिल्ली में किसान विरोध प्रदर्शन के बारे में पॉप स्टार रिहाना और ग्रेटा थुनबर्ग द्वारा की गई टिप्पणी का परोक्ष रूप से जवाब दिया है। भारत की संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं हो सकता। देश के बाहर के लोग भारत में क्या हो रहा है इसके दर्शक हो सकते हैं,लेकिन उन्हें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। यहां के लोग जानते हैं कि भारत के लिए क्या अच्छा है,देश एकजुट है।