पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड मनपा में फर्जी एफडीआर देकर अधिकारियों के साथ सांगठगांठ करके करोडों रुपये का ठेका हथियाने वाले दोषी ठेकेदारों पर फौजदारी गुनाह दर्ज करो। ऐसी मांग आरटीआई कार्यकर्ता रमेंश वाघेरे ने पालिका आयुक्त श्रवण हर्डीकर से की है। इस संबंध में वाघेरे ने एक पत्र आयुक्त को दिए है। पत्र में मांग की है कि ठेकेदारों को काली सूची में डालो ताकि भविष्य में और फर्जी एफडीआर के माध्यम से ठेका लेकर पालिका को चूना न लगा सके।
आपको बताते चलें कि इस प्रकरण का पर्दाफाश सबसे पहले चिंचवड के विधायक लक्ष्मण जगताप ने किया था। ऐसे कितने ठेकेदार हैं जो 40 प्रतिशत कम दर से ठेका भरा और पालिका को फर्जी एफडीआर दिया। लेकिन आज तक आयुक्त ने इस बारे में जांच पडताल करके खुलासा नहीं किया। इसी विषय को लेकर पालिका स्थायी समिति सभागृह में जगताप गुट आक्रामक नजर आए और आयुक्त का खुलासा मांगा। खुलासा देने के लिए आयुक्त ने 7 दिन का समय मांगा था। आयुक्त अपने दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों को बचाने का प्रयास कर रहे है। ऐसा आरोप लक्ष्मण जगताप गुट के नगरसेवकों ने लगाए है।
पालिका में सत्तारुढ नेता नामदेव ढाके ने इस फर्जी एफडीआर प्रकरण में दावा किया है कि करीबन 80 से ज्यादा ठेकेदारों ने पालिका अधिकारियों के साथ मिलिभगत करके करोडों रुपये का ठेका हासिल किया। रमेश वाघेरे ने कहा है कि आयुक्त आखिरकार दोषियों के खिलाफ एक्शन क्यों नहीं लेते? उनकी क्या मजबुरी है? ऐसा लगता है कि आयुक्त श्रावण हर्डीकर बचाने की कोशिश कर रहे है या उनकी भी संदिग्ध भूमिका है। ऐसा आरोप वाघेरे ने लगाए।