पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी नगर पालिका के अतिरिक्त आयुक्त अजीत पवार को जोरदार झटका आयुक्त राजेश पाटिल ने दिया। उन पर अपने आप में स्पर्स अस्पताल को 3 करोड़ रुपये देने का आरोप था। इसलिए उनके वित्तीय अधिकार छीन लिए गए। आखिरकार उन्हें पालिका सेवा से कार्यमुक्त किया गया। ऐसा आदेश राजेश पाटिल ने दिया।
अजित पवार की पिछले साल ही पुणे जिला जातिय सत्यापन समिति के अध्यक्ष के रुप में तबादला किया गया था लेकिन वे पिंपरी चिंचवड मनपा अतिरिक्त आयुक्त पद पर बने रहे। तात्कालीन आयुक्त श्रवण हर्डीकर के चहेते रहे। यही कारण था कि वे तबादला होने के बाद भी नहीं गए। इसी बीच स्पर्स हॉस्पिटल घोटाला का पर्दाफाश हुआ। जिसमें इनका नाम उछला। अपने अधिकार का इस्तेमाल करके 3 करोड रुपये की बिल अदायगी की। यह खबर मीडिया में सूर्खियों में आया तो हर्डीकर जाते जाते एक जांच कमेटी गठित की। जांच में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष अजित पवार की संदिग्घ भूमिका दिखाई दी।