पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर के पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश के नेतृत्व में क्राइम ग्राफ तेजी के साथ नीचे गिर रहा है। उनकी पुलिस टीम अपराधियों की कमरतोड कर रख दी है। हर दिन धरपकड का अभियान शुरु है। दो दिन पहले 20 करोड का ड्रग्स पिंपरी चिंचवड शहर पुलिस अपराध शाखा ने पकड करके बडी कामयाबी हासिल की थी। डीसीपी सुधीर हिरेमठ के मार्गदर्शन में उनकी अपराध शाखा विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। आज अपराध शाखा युनिट-3 की टीम ने ऐसे शातिर एटीएम मशीन से पैसे चुराने वाले चोरों को पकडा जो एक इंजीनियर है और एटीएम बनाने वाली मशीन की कंपनी में काम कर चुका है।
पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने आज पत्रकार परिषद में बताया कि दिघी के वडमुखवाडी में दो एसबीआय बैंक के एटीएम में चोरी की घटना घटी। चोर बडी चालाकी से तांत्रिक पद्धति से चोरी को अंजाम दिया। पुलिस आयुक्त,पुलिस उपआयुक्त(अपराध) के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक शंकर बाबर अपराध शाखा युनिट-3 ने दो टीम तैयार करके चोरों तक पहुंचने में कामयाब रहे। मनोज उत्तम सूर्यवंशी उम्र 30 नि.महाराष्ट्र स्कुल के पास,पिंपरी गांव और किरण भानुदास कोलते उम्र 35 नि.ऐश्वर्यम हमारा,डी विंग चिखली को गिरफ्तार किया गया है। इनको कोर्ट में पेश करने के बाद 4 दिनों की पुलिस रिमांड मिली है। इनके पास से 67 लाख रुपये चोरी की नगदी बरामद की गई। साथ ही एटीएम मशीन का साहित्य जब्त हुआ।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि इसमें से मनोज सूर्यवंशी नामक चोर एटीएम मशीन बनाने वाली कंपनी में इंजीनियर की हैसियत से काम करता था। एटीएम मशीन बनाने,दुरुस्ती करने में एक्सपर्ट था। लेकिन वो कम वेतन का बहाना बनाकर काम छोड दिया था। इसी ने एटीएम मशीन से पैसे चुराने का तांत्रिक दिमाग का इस्तेमाल किया। दो तीन बार एटीएम मशीन चेक करने गए थे उस समय पैसा कम डाला हुआ था। उस समय अपना मोबाईल साथ लेकर गया था। 24 सितंबर की रात एटीएम में ज्यादा पैसा होने पर मशीन के पीछे से तांत्रिक तरीके का इस्तेमाल करके मशीन खोला और पैसा चुराकर फिर ऐसे ढंग से बंद कर दिए ताकि किसी को खबर न लग सके। उस दिन जानबुझकर अपना मोबाईल साथ नहीं ले गया था। लगे सीसीटीवी कैमरे को सेलो टेप से ढक दिया था। जांच में बडी मुश्किल से सीसीटीवी के फूटेज प्राप्त हुए। उसी आधार पर चोरों तक पहुंचने में अपराध शाखा की टीम कामयाब रही। ऐसी ही एक चोरी 2017 में तलेगांव दाभाडे में की गई थी जिसकी जांच आज भी अधूरी है। पूछताछ के दौरान एक और मामले की जानकारी मिली है।
पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने बैंकों के बारे में कहा कि वर्तमान में एटीएम में सुरक्षा गार्ड नहीं होते। सीसीटीवी कैमरा भी कई एटीएम केंद्रों में नहीं होते। चोरी होने पर वीमा कंपनी से क्लेम का पैसा मिल जाता है शायद इसलिए बैंकों की ओर से लापरवाही की जाती है। वीमा कंपनी ऐसे क्लेम को बंद करना चाहिए जिनके एटीएम केंद्रों में सुरक्षा गार्ड नहीं है। एटीएम में जमा पैसा देश का होता है,जनता का पैसा होता। जगह जगह एटीएम केंद्र खोले जा रहे लेकिन बैंकों की ओर से 10-15 हजार के सुरक्षा गार्ड नहीं लगाए जाते। इस बारे में बैंक मैनेजरों की एक बैठक बुलाई जाएगी और सुरक्षा गार्ड,सीसीटीवी लगाने के बारे में सख्त निर्देश दिए जाएंगे।
पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश,अप्पर पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकळे,पुलिस उपआयुक्त(अपराध) सुधिर हिरेमठ,सहायक पुलिस आयुक्त(अपराध) आर आर पाटिल के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक शंकर बाबर,सहायक पुलिस निरिक्षक सतिश कांबले,पुलिस उप निरिक्षक गिरीश चामले,कर्मचारी हजरत पठाण,यदु आढारी,सचिन मोरे,सागर जैनक,त्रिनयन बालसराफ,प्रविण पाटिल,गंगाधर चव्हाण,योगेश्वर कोलेकर,राजकुमार हनमते,राहुल सुर्यवंशी,विठ्ठल सानप,महेश भालचिम,प्रमोद ढाकणे,नाथा केकाण,गजानन आगलावे व नागेश माली की टीम ने कार्रवाई करके आरोपियों को गिरफ्तार किया और चोरी का माल बरामद किया।