पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में शिवसेना के शहर अध्यक्ष ने मांग की है कि राजभवन से विधान परिषद के 12 मनोनीत सदस्यों की सूची गायब होने के मामले में शामिल लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने मंगलवार को इस संबंध में पुलिस आयुक्त को एक पत्र दिया। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है कि यह सूची राजभवन जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण भवन से गायब है। राजभवन के सीसीटीवी फुटेज की जांच होनी चाहिए। शिवसेना ने यह भी मांग की गई कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना काम अच्छे से करना चाहिए। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि अब जब उन्होंने विधान परिषद में 12 विधायकों की फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं,तो हम बेंच की तरह महसूस करेंगे। साफ हो गया है कि 12 विधायकों के नाम वाली फाइल किसी भूत ने चोरी नहीं की है बल्कि राजभवन में है। इसलिए राज्यपाल को अभी इस पर हस्ताक्षर करना चाहिए।
इतने दिनों बाद भी 12 विधायकों के नाम पर कोई फैसला क्यों नहीं लिया गया? यह किसी बोफोर्स,राफेल या किसी ठेकेदार की फाइल है? ये उन विधायकों के नाम हैं जिन्हें राज्य मंत्रिमंडल ने सर्वसम्मति से मंजूरी दी है। छह-सात महीने से यह तय नहीं है। यह महाराष्ट्र में गतिशील प्रशासन की परंपरा के अनुरूप नहीं है। राज्यपाल राज्य का प्रमुख होता है। इसलिए राज्यपाल को इसकी जानकारी होनी चाहिए।
राजभवन में 12 विधायकों की सूची सुरक्षित
12 मनोनीत विधायकों की नियुक्ति के मुद्दे पर अब जोरदार बहस हो रही है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने तीखा टिप्पणी की थी कि राज्यपाल को दी गई 12 विधायकों की सूची भूतों ने चुराई है या नहीं? उसके बाद अब 12 विधायकों की सूची राजभवन में सुरक्षित है। ऐसा आश्वासन राजभवन की ओर से आया है।