Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे मनपा एक योजना तैयार करे और मुझे हवाई बसें शुरू करने के लिए दे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऐलान किया है कि हम हवाई बसें शुरू करेंगे। पालिका से प्लान बनाकर मुझे दो। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऐलान किया है कि हम हवाई बसें शुरू करेंगे। साथ ही उन्होंने पुणे के बहुप्रतीक्षित चांदनी चौक प्रोजेक्ट को लेकर भी बड़ा ऐलान किया है। इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन आने वाले महाराष्ट्र दिन यानी 1 मई को होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मौजूद थे। नितिन गडकरी ने आज आलंदी से पंढरपुर पालकी मार्ग का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने पुणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वह उस समय बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पुणेकर पुणे के चांदनी चौक में प्रोजेक्ट का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह एक मई को निरीक्षण के बाद इस परियोजना का उद्घाटन करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि अगर पुणे के आसपास रिंग रोड का काम पूरा हो जाए तो जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। नवले पुल के बारे में जितना हो सका,किया। गति को नियंत्रित करने के लिए स्पीड कैमरे लगाए गए हैं। नई डीपीआर दी गई है। लेकिन उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि यह पूरा हाईवे प्रोजेक्ट 35 हजार करोड़ रुपये का है।
पालकी मार्ग का निरीक्षण
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सांसद रणजीत सिंह नाइक निंबालकर और अधिकारियों के साथ कल श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज पालखी मार्ग का निरीक्षण किया, जो महाराष्ट्र के दो महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों आलंदी और पंढरपुर को जोड़ता है।
श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग – 165) हडपसर (पुणे) – सासवड़ – जेजुरी – नीरा – लोनंद – फलटन – नटेपुते – मालशिरस – बोंडल – वाखरी – पंढरपुर से 234 किमी लंबा मार्ग है। एक अलग पालकी मार्ग बनाया गया है। इस मार्ग पर कुल 12 पालखी स्थल हैं और तीर्थयात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी पालकी मार्ग में सड़क के दोनों ओर वृक्षारोपण के साथ ही मूर्तियों, भित्ति चित्रों व प्रतिमाओं के आधार पर कार्य किया जाएगा। महाराष्ट्र के साधु-संतों के शिलालेख आवश्यक स्थानों पर। उन्होंने कहा कि इससे मार्ग की सुंदरता बढ़ेगी और यात्रियों को यात्रा के दौरान इन सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
पालकी मार्ग पर विशेष प्रकार के पौधे रोपे जाएंगे, जिनमें विशेष रूप से चंदन, तुलसी, अन्य सुगंधित वृक्षों के साथ ही छाया देने वाले वड़, नीम, पिंपल, इमली जैसे जड़ी-बूटी के पेड़ लगाए जा रहे हैं। वर्तमान में, 57,200 पेड़ सड़क के बीच में और 18,840 दोनों तरफ लगाए गए हैं।