गोपालगंज -जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के छात्रसंघ कोषाध्यक्ष साहिल राज ने बिहार के राजपाल को लिखित पत्र तथा गोपालगंज में विश्वविद्यालय के शाखा खोलने की किया मांग गोपालगंज में उठ रही विश्वविद्यालय खोलने की मांग में एक और है इस समय सबसे उचित मांग छात्र नेता और जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कोषाध्यक्ष साहिल राज ने बिहार राजपाल महामहिम फागू चौहान को पत्र लिखकर जयप्रकाश विश्वविद्यालय के शाखा कमला राय महाविद्यालय गोपालगंज में खोलने की मांग की है मालूम हो कि गोपालगंज से जयप्रकाश विश्वविद्यालय लगभग 100 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी पर स्थित है तथा छपरा जाने के लिए कोई मार्गों का सहारा लेकर कोई जगह पर गाड़ी ट्रेन को चेंज करके विश्व विद्यालय तक 3 से 4 घंटे का समय करके मानसिक शारीरिक एवं आर्थिक कष्ट सहकर छात्र-छात्रा जाना पड़ता है छात्राओं को जाना पड़ता है तथा एक ही काम के लिए कई दिनों तक लगातार विश्वविद्यालय का चौका लगाना पड़ता है गोपालगंज जिला उत्तर प्रदेश से सटा हुआ है तथास्तु एवं दूरदर्शी सुदूर क्षेत्रों में स्थित जिला है यहां युवाओं की आबादी सबसे ज्यादा है तथा डिग्री कॉलेजों की संख्या ही बहुत कम है फिर भी यहां के छात्र विद्यालय पर निर्भर होकर अपना शिक्षा और जन पर रहे हैं परंतु विश्वविद्यालय के द्वारा विभिन्न प्रकार के सुधार हेतु एवं आवश्यक कार्यो के लिए विश्वविद्यालय आना-जाना हमेशा लगा रहता है इस बीच आने में रात्रि भी हो जाता है रात्रि को देखते हुए परिजन हमेशा किसी ना किसी अनहोनी की आशंका को लेकर खास पर छात्राओं के साथ बेचैन रहते हैं साथ ही महाविद्यालयों के कर्मचारी भी विश्व विद्यालय जाने में हमेशा कतराते रहते हैं इसी समस्या को देखते हुए इसी समस्या को देखते हुए अब कोषाध्यक्ष के द्वारा गोपालगंज में ही उसकी शाखा खोलने की मांग की गई है जो काफी सराहनीय गोपालगंज के लिए एवं आने वाला भविष्य के लिए होगा
गोपालगंज में विश्वविद्यालय के शाखा खोलने की किया मांग गोपालगंज में उठ रही विश्वविद्यालय खोलने की मांग में एक और है इस समय सबसे उचित मांग छात्र नेता और जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कोषाध्यक्ष साहिल राज ने बिहार राजपाल महामहिम फागू चौहान को पत्र लिखकर जयप्रकाश विश्वविद्यालय के शाखा कमला राय महाविद्यालय गोपालगंज में खोलने की मांग की है मालूम हो कि गोपालगंज से जयप्रकाश विश्वविद्यालय लगभग 100 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी पर स्थित है तथा छपरा जाने के लिए कोई मार्गों का सहारा लेकर कोई जगह पर गाड़ी ट्रेन को चेंज करके विश्व विद्यालय तक 3 से 4 घंटे का समय करके मानसिक शारीरिक एवं आर्थिक कष्ट सहकर छात्र-छात्रा जाना पड़ता है छात्राओं को जाना पड़ता है तथा एक ही काम के लिए कई दिनों तक लगातार विश्वविद्यालय का चौका लगाना पड़ता है गोपालगंज जिला उत्तर प्रदेश से सटा हुआ है तथास्तु एवं दूरदर्शी सुदूर क्षेत्रों में स्थित जिला है यहां युवाओं की आबादी सबसे ज्यादा है तथा डिग्री कॉलेजों की संख्या ही बहुत कम है फिर भी यहां के छात्र विद्यालय पर निर्भर होकर अपना शिक्षा और जन पर रहे हैं परंतु विश्वविद्यालय के द्वारा विभिन्न प्रकार के सुधार हेतु एवं आवश्यक कार्यो के लिए विश्वविद्यालय आना-जाना हमेशा लगा रहता है इस बीच आने में रात्रि भी हो जाता है रात्रि को देखते हुए परिजन हमेशा किसी ना किसी अनहोनी की आशंका को लेकर खास पर छात्राओं के साथ बेचैन रहते हैं साथ ही महाविद्यालयों के कर्मचारी भी विश्व विद्यालय जाने में हमेशा कतराते रहते हैं इसी समस्या को देखते हुए इसी समस्या को देखते हुए अब कोषाध्यक्ष के द्वारा गोपालगंज में ही उसकी शाखा खोलने की मांग की गई है