National नई दिल्ली(व्हीएसआरएस न्यूज) भारत के एतिहास में पहली बार राज्यसभा सांसदों की पिटाई की गई। सरकार के इशारे पर प्रायवेट मार्शल को बुलाकर विपक्षीय सांसदों को पीटा गया। ऐसा आरोप कांग्रेस के राहुल गांधी ने लगाया। किसानों के आंदोलन,पेगासस के मुद्दों पर सरकार को विपक्षीय सांसद घेर रहे थे। शोरशराबा के बीच माहौल बिगडा और धक्कमुक्की से मारपीट में बदला। इस मामले को लेकर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार,संजय राउत,कांग्रेस के मल्किाजुर्न,राजद के मनोज झा समेत कई विपक्ष के सांसद उपराष्ट्रपति वैंक्यानायडू के निवास पर मुलाकात की।
पेगासस जाजूसी कांड से लेकर कृषि कानूनों के खिलाफ राहुल गांधी की अगुवाई में आज विपक्षी दलों के सांसदों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। पेगासस जाजूसी कांड, किसान समेत कई मसलों पर मोदी सरकार को घेरने और दबाव बनाने के लिए राहुल गांधी संग करीब 15 विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक की ओर मार्च किया। इसके तुरंत बाद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि पहली बार राज्यसभा में सांसदों की पिटाई की गई और विपक्षी सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की गई। बता दें कि संसद से विजय चौक तक इस मार्च में बैनर और तख्ती लिए राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकाजुर्न खड़गे, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा, शिवसेना के संजय राउत और अन्य नेता मार्च में शामिल हुए।
मार्च के बाद राहुल गांधी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि संसद सत्र के दौरान लोकतंत्र की हत्या की गई। विपक्ष पेगासस जासूसी कांड, किसानों की समस्यायें और कई अन्य मुद्दों पर चर्चा कराना चाहता था मगर सरकार ने उसे नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि संसद का सत्र समाप्त हो गया है। देश की 60 फीसदी आवाज को कुचला गया, अपमानित किया गया, राज्यसभा में सांसदों को पीटा गया। आज हमें आपसे (मीडिया) बात करने के लिए यहां आना पड़ा क्योंकि हमें (विपक्ष) संसद में बोलने की अनुमति नहीं दी गई। यह लोकतंत्र की हत्या है।
मीडिया के सवालों के जवाब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पहली बार राज्यसभा में पहली बार सांसदों की पिटाई की गई। उन्होंने कहा कि बाहर से लोगों को बुलाया गया और सांसदों के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट की गई। उन्होंने चेयरमैन पर पक्षपात करने का आरोप लगाया और कहा कि चेयरमैन की जिम्मेदारी हाउस को चलाने की है तो फिर चेयरमैने और स्पीकर ने सदन को क्यों नहीं चलाया, विपक्ष की बात सदन में क्यों नहीं रख सकते। मीडिया से बातचीत के दौरान वह मीडियाकर्मी पर भड़के दिखे।