पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कोरोना रोगियों की बढ़ती संख्या की पृष्ठभूमि के खिलाफ कल 3 अप्रैल पुणे में उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में एक बैठक में कई प्रतिबंध लगाए गए थे। पुणे में शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू की घोषणा की गई। यह भी घोषणा की गई कि पुणे में बार,होटल और रेस्तरां सात दिनों के लिए पूरी तरह से बंद रहेंगे और होटल से होम डिलीवरी सेवा जारी रहेगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि पुणे पीएमपी बस सेवा अगले सात दिनों के लिए बंद रहेगी। हालांकि भाजपा ने पीएमपी बस सेवा को बंद करने का विरोध किया है। बस सेवा को फिर से शुरू करने की मांग को लेकर भाजपा सांसद गिरीश बापट और पूर्व विधायक शहर अध्यक्ष जगदीश मुलिक के नेतृत्व में आज एक आंदोलन किया गया। गिरीश बापट और जगदीश मुलिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गिरीश बापट ने एक वायरलेस वैन में पीएमपीएल सेवा को फिर से शुरू करने की मांग की। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हम दो या तीन चीजों के विरोधी हैं। पहली बात यह है कि पीएमपीएल को बंद नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि अगर पुणे में रहने वाला या पुणे में काम करने वाला व्यक्ति किसी व्यवसाय में काम करता है अगर वह नहीं आ सकता है तो ये सभी उद्योग बंद हो जाएंगे। आपकी कार सेवा शुरू करने और इसके माध्यम से श्रमिकों को लेने या श्रमिकों के लिए एक अलग पीएमपी की व्यवस्था करने के लिए पहचान पत्र की जांच की व्यवस्था करो। हमारा विरोध इस बात के लिए नहीं रहेगा कि क्या यहां और वहां जाने वालों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। क्योंकि स्थिति हाथ से निकल रही है। लेकिन ऐसे कई घर हैं जो पूरे दिन काम नहीं करेंगे तो उनका शाम चूल्हा नहीं जलेगा। उन्हें क्या करना चाहिए? उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए उनके जीवन का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
इसलिए पीएमपीएल के मामले में 50 प्रतिशत का नियम बढ़ाकर 40 प्रतिशत किया जाना चाहिए,निवर्तमान श्रमिकों को प्राथमिकता दें,वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता दें,बापट ने ऐसी मांग की। उन्होंने होटल बंद करने का भी विरोध किया। पूरी तरह से होटल को बंद किए बिना,खाने के लिए व्यवस्था करें। पार्सल सुविधा रात 10 बजे तक जारी रखी जानी चाहिए। यह महत्वपूर्ण है ताकि बाहरी लोग भूखे न जाएं। बापट ने यह भी कहा कि पांच से अधिक लोग शहर में ठेले पर इकट्ठा न हों। इस बीच पुणे में बार,होटल और रेस्तरां कर्फ्यू के दौरान सात दिनों के लिए पूरी तरह से बंद रहेंगे और होटलों से होम डिलीवरी सेवाएं जारी रहेंगी। अंतिम संस्कार के लिए केवल 20 लोगों को अनुमति दी जाएगी। अन्य सामाजिक आयोजनों पर एक सप्ताह के लिए प्रतिबंध लगाया जाएगा। कर्फ्यू के दौरान केवल आवश्यक सुविधाएं जारी रहेंगी। प्री-अरेंज मैरिज के लिए केवल 50 लोगों को अनुमति दी जाएगी। सभी धार्मिक स्थल,मॉल,सिनेमाघर बंद रहेंगे।