पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज)पिंपरी चिंचवड मनपा की सीमा में तलवडे परिसर में 59 एकड सरकारी जमींन को अजित पवार ने पालिका को हस्तांतरण कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। इस जमींन की कीमत बाजार भाव 115 करोड है लेकिन उपमुख्यमंत्री यह जमींन पालिका को मुफ्त में दिलाया। अगर किसी को इस काम का श्रेय देना है तो अजित पवार को देना चाहिए। भाजपा के कुछ स्थानीय नेता वाहवाही,श्रेय लूटने की कोशिश कर रहे है। राकांपा के स्थानीय चारों नगरसेवक ने सरकार से जमींन पालिका को दिलाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए। ऐसा दावा आज पत्रकार परिषद में राकांपा शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे ने किया। इस अवसर पर भोसरी के पूर्व विधायक विलास लांडे,विरोधी पक्ष नेता राजू मिसाल,वरिष्ठ नगरसेवक भाऊसाहेब भोईर,अजित गव्हाणे,प्रशांत शितोले समेत कई मान्यवर उपस्थित थे।
संजोग वाघेरे ने बताया कि यह जमींन वन विभाग की है। 17 दिसंबर 2020 को राज्य सरकार ने अध्यादेश जारी किया।उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राकांपा के स्थानीय नगरसेवक पंकज भालेकर को मंत्रालय में जमींन हस्तांतरण का पत्र सुपुर्द किया। भालेकर ने बताया कि इस काम के लिए वो सर्वप्रथम जिलाधिकारी कार्यालय में पत्रव्यवहार हुआ।अजित पवार को पत्र देकर मांग की।राजस्व विभाग में अजित पवार के माध्यम से संपर्क किया गया। विभागीय आयुक्त ने इस संदर्भ में खुलासा मांगा। अजित पवार ने वित्त विभाग में जमींन सार्वजनिक उपयोगिता की बात बतायी। इसके बाद पालिका को यह जमींन हस्तांतरण हुई। इस जमींन पर कोई कन्सट्रक्शन नहीं हो सकता। केवल उद्यान,प्राणी संग्रहालय के लिए विकसित किया जा सकता है।
विलास लांडे ने विधायक महेश लांडगे का नाम न लेते हुए कहा कि भाजपा के लोग दूसरों के काम को खुद का काम बताकर केवल वाहवाही लूट रहे है। पिछले 5 साल भाजपा की सरकार थी फिर यह काम क्यों नहीं करा सके?राज्य में आघाडी सरकार है। अजित पवार का शहर पर अटूट प्रेम है। वर्तमान में जो विकास की गंगा दिखायी दे रही है वो राकांपा की देन है। बता दें कि इस तलवडे की जमींन को लेकर सुबह से सोशल मीडिया में वाहवाही लूटने की जंग चल रही है। भाजपा-राकांपा दोनों दावे कर रहे थे कि सरकारी जमींन को उन्होंने पालिका को दिलाया। इसी कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए राष्ट्रवादी के नेताओं को पत्रकार परिषद बुलानी पडी और अंदरखाने की सच्चाई को बतानी पडी ताकि जनता सच क्या है यह जान सके।