Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) आमतौर पर लोगों में मोटापा या वजन बढ़ने के उपाय हैं। यदि लोग अतिरिक्त वजन कम नहीं करते हैं तो लोग आहार पर चले जाते हैं और अंतिम उपाय के रूप में वजन घटाने की सर्जरी करते हैं। हालांकि इसी तरह का ऑपरेशन पिछले हफ्ते पुणे में मोटापे की वजह से एक कुत्ते पर किया गया था। मनुष्यों में मोटापा कम करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सर्जरी को लैप्रोस्कोपी स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी कहा जाता है। पिछले हफ्ते 8 साल की दीपिका की सर्जरी की गई थी,जिसका वजन ऑपरेशन के वक्त 50 किलो था। डॉक्टरों ने दावा किया है कि भारत में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी कुत्ते की इस तरह की सर्जरी की गई है। सर्जरी पुणे के पिंपले सौदागर में एनिमल स्मॉल क्लिनिक में की गई। शशांक शाह ने बहुत मदद की। इस सर्जरी को करने के लिए वह खुद ऑपरेशन थियेटर में मौजूद थे। सर्जरी में आमतौर पर लगभग दो से ढाई घंटे लगते हैं और सर्जरी से पहले अंतिम 6 महीने एनिमल स्मॉल क्लिनिक के पशु चिकित्सक डॉ। शाह के संपर्क में थे। उन्होंने कई वैज्ञानिक काम किए।
कुत्ते की मालकिन डेजी दारूवाला जो पुणे के कर्वेनगर में रहती है,ने कहा कि वजन बढ़ने के कारण उसका वजन बढ़ रहा था। इसके बाद उन्होंने कुछ व्यायाम और जिम्नास्टिक का पाठ किया। हालांकि इन सबके बाद भी उनका वजन लगातार बढ़ रहा था। चार महीने बाद डॉक्टरों ने रक्त के नमूने लिए और कुछ परीक्षण किए। दीपिका का थायरॉइड टेस्ट पॉजिटिव आया था। डॉक्टर ने उसकी गोलियां उसे चालू कर दीं। प्रतिदिन 100 मिलीग्राम के लिए 11 गोलियां दी गईं। हालांकि उनका वजन कम नहीं हो रहा था। उसके सभी परीक्षणों और दवाओं के बाद पिछले तीन वर्षों में उसका वजन नहीं बदला था। इसलिए डॉ.परदेशी जिन्होंने सर्जरी के जरिए पुरुषों का मोटापा कम किया है। शशांक शाह ने संपर्क किया। 6-8 महीने की चर्चा के बाद उसकी सर्जरी करने का फैसला किया गया।
इस मामले में डॉ.नरेंद्र परदेशी ने कहा कि जानवरों के साथ-साथ इंसानों में भी वजन बढ़ने के कई कारण हैं। खासकर दीपिका के मामले में थायराइड एक बड़ा कारण था। व्यायाम,दवा और खान-पान पर नियंत्रण रखने से कुछ भी नहीं खोया। उनका वजन 50 किलो से ज्यादा था। वजन 16-18 किलो होने की उम्मीद थी, इसलिए दीपिका चल नहीं पा रही थी। मुंह से बड़ी मात्रा में लार टपक रही थी। इसका सीधा असर उनके दिल,किडनी और लीवर पर पड़ा। तो हमने उसके बॉस को इस सर्जरी के बारे में बताया और उसके हाँ कहने के बाद हम उसे सर्जरी के लिए ले गए। सर्जरी के एक हफ्ते तक उसे लिक्विड डाइट पर रखा गया था। सर्जरी के बाद भी उसे पहले तीन दिनों तक चिकन सूप पर रखा गया था। हम उसे धीरे-धीरे खिलाना शुरू करने जा रहे हैं। इस सर्जरी को करने के लिए डॉ.ऑपरेशन थियेटर में खुद शशांक शाह आए थे।
ऑपरेशन में ज्योति परदेशी,रीना हरिभट,ऋतुजा काकड़े और राधिका शाह भी शामिल थीं। सर्जरी के बाद एक हफ्ते में दीपिका ने 5 किलो वजन कम किया है। ऐसा लगता है कि मेडिकल जर्नल्स ने कुत्ते पर ऐसी कोई सर्जरी नहीं की है। इससे उसे सर्जरी के बाद अपने आहार को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। क्योंकि इस सर्जरी में स्टेपल की मदद से उनके पेट के आधे से ज्यादा हिस्से को कंट्रोल किया गया है। इसलिए भारत में शायद यह इस तरह का पहला ऑपरेशन है। उन्होंने आगे कहा कि इस सर्जरी में एनेस्थीसिया बहुत जरूरी है। हमारा अस्पताल नवीनतम एनेस्थीसिया तकनीक का उपयोग करता है। इसी तरह पिछले 20 साल से लोगों पर यह सर्जरी कर रहे डॉ.शशांक शाह ने कहा इस सर्जरी से पहले काफी वैज्ञानिक और चिकित्सकीय चर्चा हुई थी। हम मनुष्यों पर जो सर्जरी करते हैं, वह कुत्तों पर की जाने वाली सर्जरी से कहीं अधिक कठिन है। क्योंकि उनकी शारीरिक रचना अलग है। इसलिए सब कुछ प्लान करके सर्जरी की गई। हालांकि फिलहाल इसके अच्छे परिणाम दिख रहे हैं।