Maval News मावल (व्हीएसआरएस न्यूज) सोमाटणे द्वारा टोल नाका हटाव एक्शन कमेटी का अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल सफल रहा है। खुद लोक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण ने अनशनकारियों को आश्वासन दिया कि जब तक समिति शिंदे-फडणवीस सरकार से नहीं मिलती, पुराने पुणे-मुंबई राजमार्ग पर वाहनों को सोमाटणे टोल बूथों पर टोल नहीं लिया जाएगा। आश्वासन के बाद सोमाटण टोल रिमूवल एक्शन कमेटी के किशोर अवारे ने अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त कर दिया।
सत्र समाप्त होते ही अवारे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक करेंगे। उसके बाद ही साफ हो पाएगा कि टोल बूथ बंद होगा या नहीं। लेकिन, फिलहाल इस टोल बूथ पर वाहनों से टोल नहीं वसूला जाएगा। किशोर अवारे ने चेतावनी दी है कि यदि ’आईआरबी’ वाहन मालिकों को बाधित करता है, तो उन्हें निम्नलिखित का सामना करना पड़ेगा, ’आईआरबी’ की जिम्मेदारी उनकी होगी।
सोमाटणे पिछले कुछ सालों से टोल नाकों को हटाने को लेकर आक्रामक रही है। सर्व सूत्र समिति के किशोर अवारे ने शनिवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी। राज्य सरकार ने इस पर ध्यान दिया और राज्य के लोक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण आज सोमाटणे टोल बूथ पहुंचे। इस बीच, सभी भूख हड़ताल करने वाले पुराने पुणे-मुंबई राजमार्ग पर जाम लगा दिए थे। इससे कुछ देर के लिए हाईवे पर यातायात बंद हो गया। इस मौके पर किशोर अवारे, निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण ने आंदोलनकारियों को संबोधित किया। शिंदे-फडणवीस सरकार आपकी टोल गेट समस्या का समाधान करेगी। हम आपकी भावनाओं को सरकार तक पहुंचाएंगे। सत्र चालू रहने के कारण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस आपसे नहीं मिल सकते। सत्र खत्म होते ही टोल नाका हटाव एक्शन कमेटी और शिंदे-फडणवीस की बैठक करेगी। आइए चर्चा करें कि इस समस्या को कैसे हल किया जाए। तब तक पुराने पुणे-मुंबई हाईवे पर वाहनों से टोल नहीं वसूला जाएगा। रवींद्र चव्हाण ने यह आश्वासन दिया है। आईआरबी अधिकारियों के सामने यह सब समझाने के बाद किशोर अवारे ने नींबू पानी के साथ अपना अनिश्चितकालीन अनशन खत्म किया। हालांकि, आगामी बैठक में यह साफ हो जाएगा कि टोल रोड को हटाया जाएगा या नहीं।
आईआरबी अधिकारियों के सामने लोक निर्माण मंत्री ने परिवहन के अलावा अन्य वाहनों को टोल से छूट देने का वादा किया है। सोमाटणे टोल नाका हटाव कमेटी के किशोर वारे ने चेतावनी दी है कि अगर आईआरबी के अधिकारियों ने इसका पालन नहीं किया और आम वाहन चालकों को रोका तो आंदोलन अलग रूप ले लेगा। उन्होंने यह भी कहा है कि इसके लिए आईआरबी जिम्मेदार होगा।