Pcmc News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) रविवार (20 नवंबर) की रात पुणे में नेवले ब्रिज के पास हुए भीषण हादसे के बाद कई अहम फैसले लिए जाने हैं। इस क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। हादसे के बाद प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। यह कार्रवाई आज सुबह शुरू की गई है। पालिका के अतिक्रमण विभाग ने 100 पुलिसकर्मियों को तैनात कर कार्रवाई की है। एनएचएआई ने भी माना कि इस पुल का डिजाइन गलत था।
कात्रज नवीन बोगदा और नवले पुल के बीच इलाके में रविवार रात भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में कम से कम 40 कारों को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके बाद इस पुल पर जाम,स्पीड गन की चर्चा हुई। हादसे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संज्ञान लिया है। उसके बाद सांसद सुप्रिया सुले,पालिका आयुक्त, पुलिस आयुक्त व एनएचएआई के अधिकारियों ने भी पुल का निरीक्षण किया। उसके बाद राज्य सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और जल्द से जल्द उपाय करने का आदेश दिया है।
कई लोगों ने इस ब्रिज को लेकर उपाय सुझाए हैं। इसी तरह लगातार हो रहे हादसों को लेकर पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने पहले भी अधिकारियों को फटकार लगाई थी। लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके चलते हादसों की संख्या बढ़ती गई। अब तक यह पुल कई लोगों की जान ले चुका है। लेकिन रविवार को हुए हादसे के बाद प्रशासन की नींद खुल गई है। उन्होंने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। पालिका के अतिक्रमण विभाग ने आज सुबह से कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके लिए सैकड़ों कर्मचारियों ने काम शुरू कर दिया है। 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।
इस पुल पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। इसके महत्वपूर्ण कारण हैं। हाईवे में कात्रज की नई सुरंग से धीरी ब्रिज तक एक तेज ढाल है। इससे कई बार चालक नियंत्रण खो बैठता है। एनएचएआई और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के बीच समझौते के मुताबिक, पुणे-सतारा के बीच छह लेन का राजमार्ग मार्च 2013 में पूरा होने की उम्मीद थी। छह लेन की इस सड़क के ठप होने से हाईवे का संकरा होना हादसों को न्यौता दे रहा है। वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए घाटी पुल के पास स्पीड गन लगा होने के कारण कुछ वाहनों की गति अचानक कम हो रही है। हालांकि पीछे से आ रहे तेज रफ्तार वाहन धीमी गति से चल रहे वाहनों से टकरा जाते हैं। यह दुर्घटनाओं का कारण बनता है।