पुणे(व्हीएस्आरएस न्यूज) पुणे महानगरपालिका में नगरसेवक की कुल 164 सीटें है। शिवसेना एक तरफ स्वतंत्र चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है,वहीं दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी मिलकर चुनाव लडने का दावा हो रहा है। अगर मिलकर चुनाव लडे तो शिवसेना के उम्मीदवार 80 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। शिवसेना नेता सांसद संजय राउत ने ऐसा कहा। पुणे पालिका चुनाव को लेकर शिवसेना भवन में पदाधिकारियों से चर्चा कर रहे थे उस दौरान ऐसा बयान राउत ने दिया। राउत ने बैठक में पदाधिकारियों से कहा उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री हैं। आपको चुनाव जीतने के लिए इसका इस्तेमाल करने में सक्षम होना चाहिए। इसके लिए तैयारी करें। पुणे में एक संवाददाता सम्मेलन में राउत ने कहा,हमारे पास दो विकल्प हैं: स्वतंत्र चुनाव लड़ना या महाविकास गठबंधन के साथ गठबंधन करना। अगर गठबंधन होता है तो शिवसेना कम से कम 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
शिवसेना का भगवा हमेशा से मुंबई,ठाणे,नासिक और संभाजीनगर में लहराया है। इस साल पुणे में किंग नहीं बने तो किंगमेकर जरूर बन जाएंगे। पुणे में भले ही बीजेपी का संगठन मजबूत नहीं था,लेकिन पालिका में लहर के चलते बीजेपी सत्ता में आयी। ऐसी शक्ति शिवसेना के पास आ सकती है। राउत ने कहा कि लेकिन चुनाव से पहले संगठनात्मक निर्माण पर ध्यान दिया जाएगा। हालांकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने स्पष्ट कर दिया है कि वह स्थानीय निकाय चुनाव अपने दम पर लड़ेंगे,कांग्रेस को प्रयोग करना चाहिए। राउत ने कहा काश केंद्र में कांग्रेस अपने दम पर सत्ता में आए तो खुशी होगी।
महाविकास अघाड़ी में खेड़ मुद्दे से कटुता
हमने खेड़ के मुद्दे पर राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल से चर्चा की थी,लेकिन शिवसेना के सदस्यों ने नाता तोड़ लिया है और हमारे साथ अन्याय किया है। महाविकास अघाड़ी सरकार जहां राज्य में अच्छा काम कर रही है,वहीं खेड़ मुद्दे ने कड़वाहट पैदा कर दी है। संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि स्थानीय राजनीति को किस हद तक आंका जाना चाहिए,यह तय किया जाना चाहिए। इस अवसर शहर प्रमुख संजय मोरे,पालिका समूह के नेता पृथ्वीराज सुतार उपस्थित थे। राउत ने कहा चंद्रकांत पाटिल, वसंतदादा पाटिल नहीं हैं। शरद पवार की आलोचना करना उचित नहीं है। पवार की आलोचना किए बिना उनके पास दूसरा बयान नहीं है।