Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र की सांस्कृतिक और शैक्षणिक राजधानी सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के ’सीनेट’ चुनाव में पिंपरी-चिंचवड़ और आस पास के क्षेत्रों के मतदाता विश्वविद्यालय विकास पैनल के सभी उम्मीदवारों के पीछे मजबूती से खड़े होंगे। इसलिए भाजपा शहर अध्यक्ष व विधायक महेश लांडगे ने विश्वास जताया कि इस चुनाव में पिंपरी-चिंचवडकर मतदाता निर्णायक होंगे।
’विद्यापीठ विकास मंच’ को जिताएं-महेश लांडगे
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय अधिसभा के स्नातक चुनाव की जंग फिलहाल जारी है। तदनुसार, भारतीय जनता पार्टी पिंपरी-चिंचवड की ओर से शहर अध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे की अध्यक्षता में ’पुणे विश्वविद्यालय सीनेट’ चुनाव में ’विद्यापीठ विकास मंच’ के सभी उम्मीदवारों को बहुमत से चुना जाना चाहिए। इसके लिए भाजपा शहर कार्यालय में पार्टी के सभी पूर्व नगरसेवकों, सभी मंडल अध्यक्षों की बैठक आयोजित की गई। इस मौके पर पुणे यूनिवर्सिटी डेवलपमेंट फोरम के सीनेट चुनाव समन्वयक राजेश पाण्डेय,चिंचवड़ विधानसभा चुनाव प्रमुख शंकर जगताप, पूर्व मेयर नितिन कालजे,राहुल जाधव,उषा उर्फ माई ढोरे,सीनेट प्रत्याशी प्रसेनजीत फडणवीस, बागेश्री मन्थलकर, संतोष ढोरे, क्षेत्रीय समन्वयक राहुल पाखेरे दक्षिण भारतीय गठबंधन के राजेश पिल्लै, प्रदेश प्रवक्ता एकनाथ पवार, पीसी नवनगर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष सदाशिव खाड़े, सत्ताधारी पार्टी के पूर्व नेता नामदेव ढाके, संगठन के महासचिव अमोल थोरात,महासचिव मोरेश्वर शेडगे,राजू दुर्गे, भाजपा युवा सेल अध्यक्ष संकेत चौधे, महिला मोर्चा की शहर अध्यक्ष उज्ज्वला गावड़े आदि मौजूद थीं।
संतोष ढोरे और प्रसेनजीत फडणवीस को जिताएं-महेश लांडगे
विधायक महेश लांडगे ने कहा कि विद्यापीठ विकास मंच पैनल के सभी उम्मीदवार उच्च शिक्षित और अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले हैं। इसलिए पिंपरी-चिंचवड़ शहर के मतदाताओं को अपनी पहली वरीयता का वोट संतोष ढोरे को देना चाहिए और पुणे क्षेत्र के मतदाताओं को अपनी पहली वरीयता का वोट प्रसेनजीत फडणवीस को देना चाहिए। इसके साथ ही भाजपा के पूर्व नगरसेवकों, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय विकास पैनल के सभी प्रत्याशियों को चुनने का संकल्प लिया है।
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उम्मीदवार संतोष ढोरे ने कहा:
प्रत्याशी संतोष ढोरे ने कहा कि वह पिछले 10 साल से सीनेट के सदस्य के तौर पर काम कर रहे हैं। छात्र और विश्वविद्यालय के विकास के संदर्भ में कई महत्वपूर्ण प्रश्नों को संबोधित किया गया है। छात्रों के अधिकारों के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करना। छात्रों के लिए शुल्क माफी, ऑनलाइन परीक्षा नहीं देने वाले छात्रों के लिए पुन: परीक्षा का अवसर, नए छात्रावास की स्वीकृति, ‘शिका और कामवा योजना’ के तहत छात्रों के छात्रवृत्ति में वृद्धि, विश्वविद्यालय परिसर के 27 एकड़ क्षेत्र में खेल मैदान का विकास आदि। इसलिए मतदाताओं को मुझे दोबारा काम करने का मौका देना चाहिए।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के माध्यम से कॉलेज जीवन से छात्रों के लिए कार्य कर रहे हैं। विद्यार्थी परिषद के विभिन्न आंदोलनों में भाग लिया है। 2017 में स्नातक समूह से ’सीनेट’ के लिए चुने गए और ’सीनेट’ से प्रबंधन परिषद में निर्विरोध अवसर मिला। उसके बाद, उन्होंने विश्वविद्यालय की विभिन्न समितियों में काम किया। इस चुनाव में मैं एक बार फिर मतदाताओं से शिक्षा क्षेत्र और छात्रों की खातिर विश्वविद्यालय विकास पैनल के सभी उम्मीदवारों को जिताने की अपील करता हूं।