Puneपुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे रेल मंडल में पुणे से दौंड रेल लाइन पर अत्याधुनिक सिग्नल सिस्टम का काम पूरा कर लिया गया है,जिससे इस चरण में रेलवे की यात्रा और तेज होगी। युद्ध के मैदान में अन्य तकनीकी कार्य भी पूरे किए जा रहे हैं और एक बार पूरा होने के बाद ट्रेनें 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगी। पुणे-दौंड मार्ग देश के विभिन्न हिस्सों से पुणे आने-जाने वाली कई लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। कोरोना के प्रकोप के कारण इस स्तर पर पुणे-दौंड डेमो लोकल की अनुमति नहीं है।
हालाँकि यह सेवा भी इस मार्ग का एक महत्वपूर्ण घटक है। मार्ग की व्यस्तता और यात्री ट्रेनों की मांग को देखते हुए पिछले कुछ वर्षों में इस मार्ग को पूरी तरह से विद्युतीकृत किया गया है ताकि ट्रेनों को क्षेत्र के माध्यम से तेजी से चलाने की अनुमति मिल सके। हालांकि इस वजह से ट्रेनों की गति में कुछ इजाफा हुआ।लेकिन रेलवे ने स्पीड के लिए सिग्नल सिस्टम को आधुनिक बनाने की जरूरत को देखते हुए काम शुरू किया। पुणे-दौंड रेलवे लाइन के चरण में अत्याधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम (डबल डिस्टेंस सिग्नलिंग) की स्थापना हाल ही में पुणे रेलवे के सिग्नल और दूरसंचार विभाग द्वारा पूरी की गई थी।
इसलिए इस चरण में 17 नए सिग्नल लगाए गए हैं। इसी तरह 36 सिग्नल में तकनीकी बदलाव किए गए हैं। इस प्रणाली के माध्यम से ट्रेन चालक अग्रिम सूचना प्राप्त कर सकता है। इसके आधार पर चालक वाहन की गति बढ़ा सकता है। यह प्रणाली रेलवे के सुरक्षित परिवहन के लिए भी उपयोगी होगी। इस चरण में रेलवे समेत अन्य तकनीकी कार्य भी युद्ध के मैदान में पूरे किए जा रहे हैं। इन सभी कार्यों के पूरा होने के बाद इस रूट पर 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से रेलवे की ओर से स्पष्ट किया गया है कि ट्रेनें तेज गति से चल सकती हैं।