Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे पुलिस ने कुछ संदिग्ध बांग्लादेशी घुसपैठियों से पूछताछ की है। उन्होंने पुलिस को बताया था कि वह 1995 से 2011 के बीच बांग्लादेश से आए थे। जब वे पुणे आए तो उन्होंने आधार और पैन कार्ड बनवाए। पुलिस ने अभी तक संदिग्धों की बांग्लादेशी नागरिकता साबित करने के लिए कोई दस्तावेज जब्त नहीं किया है। अभी तक इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के मुताबिक सात संदिग्ध जो अवैध रूप से भारत आए थे और वर्तमान में पुणे के हडपसर इलाके में रह रहे हैं,उन्हें हाल ही में हडपसर थाने में पूछताछ के लिए लाया गया था। पुलिस के अनुसार संदिग्धों की पहचान दिलावर मंडल,एसए शेख,फारूक शेख, एनआर शेख,कमरुल मंडल,मुनीर शेख और हुमायूं शेख के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान युवकों ने पुलिस को बताया कि वे बांग्लादेशी हैं। वे 1995,2002,2007,2008 और 2011 में कोलकाता होते हुए भारत आए और पुणे पहुंचे।
ये लोग इस समय मंतरवाड़ी कचरा डिपो में कूड़ा बीनने का काम कर रहे हैं। पुणे आने के बाद पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि उसने आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसे भारतीय दस्तावेज खरीदे थे। कोई भी दस्तावेज जब्त नहीं किया गया है कि वह बांग्लादेश का नागरिक है। इसलिए यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि वे बांग्लादेश से हैं या नहीं,पुलिस ने कहा। पुलिस ने संदिग्धों की बांग्लादेशी नागरिकता साबित करने वाले दस्तावेजों को जब्त करने के बाद उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई करने का फैसला किया है। पुलिस ने अब संदिग्धों को हडपसर के वकील असलम सैयद को सौंप दिया है। उन्होंने पुलिस जांच के लिए आवश्यक होने पर संदिग्धों को पेश करने की जिम्मेदारी स्वीकार की है।
सैयद ने कहा ये संदिग्ध यहां कई सालों से रह रहे हैं। उन्होंने यहां शादी की और उनके बच्चे हैं। जब पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया तो उसने अपना आधार और पैन कार्ड,शादी का प्रमाण पत्र और बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र पेश किया। उनमें से एक ने पुणे में जमींन खरीदी और अपने दस्तावेज पुलिस को सौंपे। वे जांच में पुलिस का सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया। फारूक शेख ने बताया कि वह 2008 में बांग्लादेश के जेसोर जिले के शरशा से आया था और बाद में कुछ स्थानीय लोगों की मदद से पुणे में आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज खरीदे। अन्य पांच संदिग्धों का पता नहीं चल सका है। उन्होंने कहा हम उनके आधार और पैन कार्ड की पुष्टि कर रहे हैं। पूछताछ की जा रही है। यह बात पुलिस उपायुक्त (जोन 5) नम्रता पाटिल ने बतायी।