Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य में कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाया। इस बीच तीसरी लहर की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है। आज उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पुणे में करोना समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने इस बात पर सफाई दी कि क्या गणेशोत्सव की पृष्ठभूमि में पुणे में नई पाबंदियां लगाई जाएंगी। अजित पवार ने कहा,अगर हम मास्क का इस्तेमाल बंद कर दें तो स्थिति काफी बिगड़ सकती है। पुणे में हर जगह जहां कार्यक्रम,जन्मदिन हुए वहां का पूरा आए लोग,घर के परिजन कोरोना पॉजिटिव हो गए है। पुणे में नए प्रतिबंध नहीं लगाए जाएंगे,लेकिन पुणे के लोगों को सरकार पर प्रतिबंध लगाने के लिए बाध्य नहीं करना चाहिए। लेकिन अगर कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती रही तो हमें और कड़ा रुख अपनाना होगा।
गणेशोत्सव की पृष्ठभूमि पर नए प्रतिबंध?
इस बारे में बात करते हुए कि क्या गणेशोत्सव की पृष्ठभूमि पर नए प्रतिबंध लगाए जाएंगे,अजीत पवार ने कहा, बैठक में ही नए प्रतिबंधों के बारे में चर्चा की गई। लेकिन चूंकि बड़ा वर्ग केवल गणेशोत्सव मनाएगा,इसलिए नए प्रतिबंध नहीं लगाए जाएंगे। लेकिन अगर नागरिकों की भीड़ उमड़ी तो पहले दिन भविष्यवाणी की जाएगी और अगले दिन कड़ा रुख अख्तियार किया जाएगा। इसलिए ऐसा समय नहीं आना चाहिए। स्कूल शुरू करने का निर्णय होने तक सभी शिक्षकों और कर्मचारियों के टीकाकरण को पूरा करने की योजना है। ग्रामीण इलाकों में मरीजों की संख्या ज्यादा है। पांच तहसील में अधिक मरीज हैं। जिले में पॉजिटिव रेट 4% है। अधिक रोगी हैं क्योंकि अधिक परीक्षण किया जा रहा है,ऐसा अजीत पवार ने कहा।
अजीत पवार द्धारा मोदी सरकार की आलोचना
देश ने भारी महंगाई देखी है। गैस,डीजल और पेट्रोल के दाम बहुत बढ़ गए हैं। लोगों की नौकरियां चली गईं, कई उद्योग संकट में हैं। इसके लिए लोगों ने हंगामा किया। लेकिन केंद्र सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। किसानों का आंदोलन दस महीने से चल रहा है लेकिन कोई चर्चा नहीं हो रही है। अब जबकि लोकसभा का सत्र समाप्त हो गया है,यह मुद्दा अगले साल के सत्र में उठाया जा सकता है। अजित पवार ने कहा कि वर्तमान में केंद्र सरकार की भूमिका देश की जनता का दुर्भाग्य है।