Pune News: पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) इस समय महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आ रहा है। राजनीतिक दलों और सभी में खलबली मच गई। आए दिन किसी न किसी के दफ्तर में तोड़फोड़,आंदोलन,रैलियां होती रहती हैं। इस तमाम हंगामे में अब कानून-व्यवस्था का सवाल खड़ा हो गया है। इसलिए, पुणे में वर्तमान राजनीतिक स्थिति को देखते हुए,2 एसआरपीएफ इकाइयां पुणे में प्रवेश कर चुकी है। दोनों इकाइयों को पुणे पुलिस आयुक्तालय में तैनात किया गया है। अगर शहर में कानून-व्यवस्था की कोई स्थिति होती है तो इन इकाइयों को बुलाया जाएगा। पुणे पुलिस ने बताया कि मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
ठहरने की जगह भी सुरक्षा कारणों से गुप्त
महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आने वाले दिन काफी अहम होने वाले हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बहुमत साबित करने के लिए पत्र भेजा है। इसे कल बहुमत साबित करने के लिए भी कहा गया है। जब बागी विधायक गुवाहाटी में थे, शिवसेना कार्यकर्ता उनके कार्यालय में घुस गए। कुछ ने बागी विधायकों के समर्थन में आंदोलन किया और कुछ ने उनके खिलाफ, तो अब वही बागी विधायक बहुमत के टेस्ट में भाग लेने के लिए मुंबई पहुंच रहे हैं, उन्होंने सुरक्षा कारणों से अपना ठिकाना गुप्त रखा है।
सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना की दौड़
इस बीच शिवसेना ने मांग की है कि कल बहुमत की परीक्षा नहीं होनी चाहिए। इसलिए संशय है कि क्या कल विधान भवन में महाविकास अघाड़ी सरकार को बहुमत की परीक्षा का सामना करना पड़ेगा। राज्यपाल ने महा विकास अघाड़ी सरकार को कल बहुमत साबित करने का निर्देश दिया है। इस आदेश के खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। अगर सुप्रीम कोर्ट का फैसला महाविकास अघाड़ी सरकार के पक्ष में आता है तो कल होने वाले बहुमत के टेस्ट को टाला जा सकता है। या फिर शिवसेना की याचिका खारिज हो जाती है तो किसी भी हाल में शिवसेना को बाकी विधायकों के दम पर कल बहुमत की परीक्षा का सामना करना पड़ेगा। भाजपा नेताओं ने कल राज्यपाल से मुलाकात की और मांग की है कि महाविकास अघाड़ी सरकार को बहुमत परीक्षण का सामना करने के लिए कहा जाए क्योंकि वह अल्पमत में है। तदनुसार, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाविकास अघाड़ी सरकार को कल बहुमत परीक्षण का सामना करने का निर्देश दिया है। इस आदेश के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।