पर गोपनीयता उल्लंघन का केस दर्ज
में फडणवीस पर केस दर्ज जंजाल में फंसे फडणवीस
Pune मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य में बड़े पैमाने पर तबादला घोटाला हुआ है। इसलिए जांच शुरू हुई। तबादला घोटाले को दबाने का काम ठाकरे सरकार ने किया। सदन में सरकार विरोधी मुद्दे उठाने पर अचानक मुझे नोटिस भेजा गया। मुझे भेजे गए प्रश्नों और पूछे गए प्रश्नों में अंतर है। पुलिस ने मुझसे पूछा कि क्या मुझे सह-आरोपी बनाया जा सकता है। गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन करने वाले प्रश्न पूछे गए। ऐसा लगा जैसे मैंने कानून तोड़ा हो।
आपको बता दें कि आज पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से पुलिस ने 2 घंटे पुछताछ की। यह पूछताछ सरकारी बंगले में की गई। भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया। पुणे,नागपुर में भाजपा नेताओं ने इसका जमकर विरोध,प्रदर्शन किए। देवेंद्र ने बताया कि पुलिस ने ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले में उनका बयान दर्ज की है। पुलिस के सारे सवालों के जवाब दिए। पिछले 6 महिनों से सरकार इसको खारिज कर रही थी। देवेंद्र ने कुछ सीक्रेट दस्तावेज केंद्रीय गृहसचिव को सौंपा था। मुंबई पुलिस ने सीके्रट एक्ट के उलंघन मामले में फडणवीस के खिलाफ केस दर्ज की है। इस प्रकरण में तात्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह और अनिल देशमुख से पूछताछ हो चुकी है।
आप कितनी भी कोशिश कर लें, हम चुप नहीं रहेंगे
दो घंटे की पुलिस पूछताछ के बाद देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत की। मैंने एक जिम्मेदार नेता की तरह काम किया। पेन ड्राइव में जानकारी फैलती नहीं है। मैं खुद थाने जा रहा था। आप मुझे शामिल फंसाने की कितनी भी कोशिश कर लें,मैं चुप नहीं बैठूंगा। मलिक ने पत्रकारों को गुप्त रिपोर्ट कैसे दी? गृहमंत्री चाहे कुछ भी कहें,मैं अपने अधिकारियों को जानता हूं।
राज्य सरकार की मंशा पूरी नहीं होगी। घोटाले,भ्रष्टाचार बाहर न लाऊं इसलिए यह साजिश रची जा रही है। अधिकारियों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। पुलिस ने अभी तक यह नहीं कहा है कि मैं लौटूंगा। अधिकारियों पर भी दबाव बनाया जा रहा है। हम स्टिंग ऑपरेशन को लेकर हाईकोर्ट जाएंगे, देवेंद्र फडणवीस ने ऐसा कहा।