Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) ड्रेनेज लाइन और सीमेंट रोड के काम का बिल निकासी के लिए एक ठेकेदार से 15 हजार रुपये की रिश्वत ली गई है। पालिका के कोथरुड क्षेत्रीय कार्यालय के सहायक आयुक्त सचिन तामखेड़े (34) समेत तीनों को रिश्वत रोकथाम विभाग ने सोमवार को गिरफ्तार किया। इसमें जूनियर इंजीनियर अनंत रामभाऊ ठोक (उम्र 52), चपरासी दत्तात्रेय मुरलीधर किंडरे (उम्र 47) भी शामिल हैं। 31 वर्षीय ठेकेदार ने शिकायत दर्ज कराई है। कोथरुड थाने के अनुसार तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.। पालिका के दो अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।
रिश्वत रोकथाम विभाग के अनुसार शिकायतकर्ता एक ठेकेदार है जिसने कोथरुड क्षेत्र में नाला और सीमेंट सड़क का काम कराया है। उन्होंने इस काम का बिल लाने के लिए सहायक आयुक्त तमखेड़े से मुलाकात की थी। उस समय उसने शिकायतकर्ता से 25,000 रुपये की मांग की। हालांकि, शिकायतकर्ता ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई क्योंकि वह रिश्वत नहीं देना चाहता था। एसीबी से शिकायत की जांच करते हुए, यह निष्कर्ष निकाला गया कि तमखेड़े ने बिल जारी करने के लिए 15,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
एसीबी ने सोमवार को कोथरुड में फील्ड कार्यालय में जाल बिछाया। उस समय तमखेड़े ने कनिष्ठ अभियंता ठोक को रिश्वत की राशि लेने के लिए कहा। ठोक ने शिपाई किंडरे को राशि लेनेे को कहा। किंडरे के पैसे लेने के बाद एसीबी अधिकारियों ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। कोथरुड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस निरीक्षक भरत सालुंके मामले की आगे की जांच कर रहे हैं। यह कार्रवाई एसीबी के पुलिस अधीक्षक राजेश बंसोड़े के मार्गदर्शन में की गई।