Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) हालांकि कोरोना की दूसरी लहर कम हो रही है,लेकिन अगले कुछ महीनों में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है। इस संबंध में उपाय भी शुरू कर दिए गए हैं। पुणे पालिका कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने की पूरी कोशिश कर रहा है। एक तरफ जहां शहर में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने पर जोर दिया जा रहा है,वहीं अब पालिका ने शहर के सभी निजी अस्पतालों को पत्र भेजा है। तीसरी लहर के मद्देनजर किसी भी समय अस्पताल के बिस्तरों पर कब्जा किया जा सकता है,इसलिए तैयार रहें,निजी अस्पतालों को ऐसे निर्देश दिए गए हैं।
बच्चों के लिए रखें 10 फीसदी बेड
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी पालिका ने निजी अस्पतालों से शहर के 80 फीसदी बेड जब्त कर लिए थे। इसी पृष्ठभूमि में तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए नगरपालिका 50 फीसदी बेड कोरोना के लिए रिजर्व करने की तैयारी कर रही है। पालिका ने अस्पतालों को इनमें से 10 फीसदी बेड बच्चों के लिए रखने का भी निर्देश दिया है।
कोरोना मरीजों को तुरंत भर्ती करें
ऐसे कुछ उदाहरण थे जहां कई अस्पताल मरीजों को उनकी स्थिति के कारण भर्ती करने से हिचकते थे। इसलिए पालिका ने तीसरी लहर में अस्पताल में आने वाले सभी कोरोना मरीजों को बिना रिजेक्ट किए तत्काल इलाज के लिए भर्ती करने का निर्देश दिया है। ताकि बेड के अभाव में कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज कराने में देरी न हो।
बोर्ड पर बिस्तर की उपलब्धता के बारे में अपडेट रखें
कोरोना की तीसरी लहर के पूर्वानुमान को देखते हुए,निकट भविष्य में मंडलायुक्त पुणे द्वारा उपलब्ध कराए गए डैशबोर्ड पर बिस्तरों की उपलब्धता की जानकारी को अद्यतन रखा जाना चाहिए। पत्र में यह भी कहा गया है कि मरीजों का समय पर इलाज सुनिश्चित करने के लिए सख्त सावधानी बरती जाए और मरीजों के इलाज और उनके बिलों के भुगतान के संबंध में कोई शिकायत नहीं की जाए।
एक लाख 80 हजार कोरोना मरीज मिलने की संभावना
कोरोना की दूसरी लहर ने पुणे में करीब सवा लाख सक्रिय कोरोना को प्रभावित किया। तीसरी लहर में इस संख्या का आधा यानी करीब 80 हजार कोरोना मिलने का अनुमान है। इससे इतनी बड़ी संख्या में मरीजों को ऑक्सीजन,बिस्तर और सिलेंडर मुहैया कराने की प्रक्रिया तेज हो गई है।
सीओईपी शुरू करेगा जंबो कोविड सेंटर
कोरोना की तीसरी लहर को दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है। इसलिए प्रशासन की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है। पुणे में तीसरी लहर मरीज की दर कम रखने की कोशिश कर रही है। हालांकि अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है,तो सीओईपी यहां एक जंबो कोविड केंद्र स्थापित करने पर विचार करेगा।