Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे के पूर्वी क्षेत्र में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सर्कल चार के पुलिस उपायुक्त पंकज देशमुख ने महाराष्ट्र स्लम गुंडों (एमपीडीए) और महाराष्ट्र संगठित अपराध रोकथाम अधिनियम (मकोका) के तहत 169 अपराधियों पर नकेल कसी गई। गिरोहबाजों और अपराधियों पर कार्रवाई से उपनगरों में अपराध पर अंकुश लगाने में मदद मिली है। इसलिए येरवडा और विश्रांतवाड़ी थाने सीमा में एक भी हत्या की वारदात नहीं हुई।
खड़की और येरवडा सहायक आयुक्त कार्यालय पुणे पुलिस आयुक्तालय के सर्कल फोर में हैं। खड़की डिवीजन में चतु़श्रृंगी,खड़की और विश्रांतवाड़ी पुलिस स्टेशन शामिल हैं,जबकि येरवडा डिवीजन में येरवडा,एयरपोर्ट,चंदननगर और लोनीकंद पुलिस स्टेशन शामिल हैं। शहर में येरवडा और खड़की डिवीजनों में अपराध दर सबसे अधिक है,जहां गंभीर मामले दर्ज किए गए हैं। छोटे-छोटे कारणों से धारदार हथियारों से हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर अपराधों के साथ पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपराध पर नकेल कसना है।
पुलिस उपायुक्त पंकज देशमुख ने पदभार ग्रहण करने के बाद से अपराधियों पर नकेल कसने की पहल की है। हत्या, हत्या के प्रयास,गंभीर हमले और वाहनों को जलाकर डराने-धमकाने के लिए रिकॉर्ड पर अपराधियों की कुंडली बनाने के साथ कार्रवाई शुरू हुई। पिछले दो साल में सर्कल फोर में सबसे ज्यादा 92 अपराधियों को प्रत्यर्पित किया गया है। मकोका के तहत 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सात अपराधियों पर एमपीडीए के तहत मामला दर्ज किया गया है।
हालांकि इस साल हत्या के मामलों में कमी आयी है,लेकिन हत्या के प्रयास,वाहन चोरी और चेन चोरी में वृद्धि हुई है। नतीजतन पुलिस ने कई अपराधियों पर मुकदमा चलाया है जिन पर हत्या के प्रयास और गंभीर अपराधों का आरोप लगाया गया है,और कई के प्रस्ताव अनुमोदन के लिए दायर किए गए हैं। निकट भविष्य में कुछ और अपराधियों पर मुकदमा चलाया जाएगा। पूर्वी भाग में विशेषकर येरवडा क्षेत्र में आपराधिक गिरोह सक्रिय थे। रिकॉर्ड में दर्ज अपराधियों को कानून के अनुसार निर्वासन,मकोका और एमपीडीए कार्रवाई के अधीन किया गया है। नतीजतन कुछ समय के लिए उपनगरों में अपराध नियंत्रण में रहा है। येरवडा जैसे इलाकों में पिछले 15 महीने में कोई हत्या नहीं हुई है।