Pune News: पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) संकट की घडी में पुणे के शिवसेना कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने एकजुटता और उद्धव ठाकरे पर भरोसा जताते हुए मातोश्री में वचनबंधन में बंधे। यह एक भावुक नजारा देखने को मिला जब उद्धव ठाकरे ने अपने पुणे के शिवसैनिकों से कहा कि उनको देने के लिए आज की घडी में उनके पास कुछ नहीं है,शिवसैनिक मुझे अपनी ताकते दें। आज मुझे सच्चे और वफादार शिवसैनिकों की ताकत,स्नेह,प्रेम की आवश्यकता है। यह सुनकर कई शिवसैनिकों के आंखों में आंसू छलक गए और वचन देते हुए कहा कि दुगुनी ताकत से एक बार फिर शिवसेना को खड़ा करेंगे। शिवबंधन तोडने वालों की उनकी औकात दिखा देंगे। प्राण जाए पर वचन न जाए…तर्ज पर अब शिवबंधन नहीं वचनबंधन चाहिए। ऐसी भावुक अपील उद्धव ठाकरे ने शिवसैनिकों से की है।
भाजपा की शिवसेना को समाप्त करने की चाल है। संविधान को कुचलकर काम-काज किया जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में हमें ही लड़ना है। आपके मजबूत साथ की जरूरत है, जो मुझे चाहिए। आप ही शिवसेना की ताकत हैं, तब वापस नए जोश के साथ हम खड़े होंगे। ऐसे शब्दों से शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल पुणे के शिवसैनिकों की हौसलाअफजाई की।
‘मातोश्री’ में पुणे शिवसेना के पदाधिकारियों और सभी नगरसेवकों की बैठक बुलाई गई थी। इस दौरान शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने मार्गदर्शन किया। शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि एक तरफ न्यायालय में बागी विधायकों का मामला विचाराधीन है, तो दूसरी तरफ बहुमत परीक्षण, विश्वास प्रस्ताव पेश किया जा रहा है। संविधान को कुचलने का काम होने का मत उन्होंने व्यक्त किया। शिवसेना के बागी विधायकों के खिलाफ अब शिवसेना न्यायालय का दरवाजा भी खटखटा रही है। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश जैसा पैैसला आने की संभावना जताई। इस दौरान अगर हिम्मत हो तो मध्यावधि चुनाव कराएं, ऐसी चुनौती भी शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा को दी है।
हम साथ छोड़ेंगे नहीं
इस दौरान शिवसेना नेता डॉ. नीलम गोर्हे ने पुणे के शिवसैनिकों की तरफ से उनके विचार रखे। हमें एकजुटता और पूरी ताकत से काम करना है, ऐसा आह्वान भी उन्होंने किया। इस मौके पर पुणे के शिवसैनिकों ने ‘हम कभी भी साथ नहीं छोड़ेंगे, सदैव साहेब के साथ हैं’, ऐसा वचन दिया।