Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के आवास के बाहर प्रदर्शन के सिलसिले में पुणे के एक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है। पत्रकार को गिरफ्तार कर आज दोपहर करीब मुंबई लाया गया। एएनआई के मुताबिक,मुंबई में शरद पवार के सिल्वर ओक आवास पर हमले के सिलसिले में एक पत्रकार को पुणे से गिरफ्तार किया गया है। इस शख्स को मुंबई लाया गया है। मामले में अब तक 115 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 115 में से 109 लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मुंबई पुलिस ने एमजेटी मराठी न्यूज यूट्यूब चैनल चलाने वाले पत्रकार चंद्रकांत सूर्यवंशी को गिरफ्तार किया है।
इसी मामले में 11 अप्रैल को गिरगांव मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत ने वकील गुणरत्न सदावर्ते को 13 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था। सत्ताधारी दल के अनुसार, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या सदावर्ते आंदोलन के दिन नागपुर में किसी व्यक्ति के संपर्क में थे। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सदावर्ते की पुलिस हिरासत दो दिन के लिए बढ़ा दी। अब जबकि इस मामले में पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया है, ऐसे में उम्मीद है कि इस मामले में कई नई जानकारियां सामने आएंगी।
क्या हुआ था?
शुक्रवार सुबह आजाद मैदान से प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकालना शुरू किया। सबने अलग-अलग यात्रा की और पवार के आवास पर पहुंचे। तब सब अलग थे। बगीचे में इकट्ठा होने के बाद, सभी सिल्वर ओक की ओर आए और आक्रामक आंदोलन शुरू कर दिया। कुछ प्रदर्शनकारियों को शरद पवार के घर की सही लोकेशन भी नहीं पता थी। कुछ लोगों ने बंद मकान के सामने विरोध भी किया। जांच से पता चला कि आंदोलन से पहले पवार के घर का निरीक्षण किया गया था। उसके बाद पुलिस ने साजिश के आरोप में आजाद मैदान से हनुमंत वाघमारे, कृष्णंत कोरे, मोहम्मद ताजुद्दीन और गोविंद म्हसरंकर को गिरफ्तार किया। उसे लोकमान्य तिलक मार्ग थाने में रखा गया था।
सदावर्ते का भाषण उत्तेजक है
सदावर्ते ने 7 अप्रैल को अपना भाषण दिया था। कोर्ट में उन पर मारपीट करने का आरोप लगाया गया है। भाषण में मंत्रियों अनिल परब, संजय राउत, नवाब मलिक और शरद पवार के नामों का उल्लेख किया गया था। विशेष लोक अभियोजकों ने अदालत को बताया कि उन्होंने बारामती में पवार के घर के सामने प्रदर्शन करने की भी बात कही थी।