पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) इस बात का पता चला है कि जिस तरह की सेक्सटॉर्शन राजस्थान से हो रही है और साल के दौरान यह बात सामने आयी है कि पुणे में 682 एसिड लवर्स पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं। अपराध दर बढ़ रही है,पुलिस रिकॉर्ड से पता चलता है कि एक महीने में 55 से अधिक नागरिक इस अधिनियम में पकड़े गए हैं। साइबर पुलिस की जांच में सामने आया है कि राजस्थान के भरतपुर और अलवर जिलों के गांवों में ज्यादातर सेक्सटिंग होती है। शिकायतों की बढ़ती संख्या की जांच के दौरान राजस्थान के कुछ गांवों के नाम सामने आए हैं। यहां के ठग शुरू में ओएलएक्स के जरिए ठगी कर रहे थे। उन्होंने अब इस सेक्सटॉर्शन फंड की शुरुआत की है।
साइबर पुलिस होने का नाटक
2020 में,500 से अधिक नागरिकों को फिरौती के प्रयास में साइबर ठगों द्वारा साइबर क्राइम ब्रांच का डर दिखाया गया। कई बदनाम होने के डर से शिकायत करने के लिए आगे नहीं आते हैं। ठगों ने दिल्ली साइबर पुलिस होने की बात बताकर फिरौती मांगने का नाटक किया। स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद भी कुछ लोग ठगों को रुपये सौंपने को मजबूर है। साइबर पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक डी.एस. हेक कहते हैं, राजस्थान के गांवों के नाम सेक्सटॉर्शन की जांच में ज्यादा मिले। इसलिए पुलिस की एक टीम वहां गई थी। उस समय यह देखा गया था कि इनमें से कुछ गांवों में युवा उसी तरह यौन शोषण में शामिल थे जैसे जामताड़ा में बेरोजगार युवक बैंक धोखाधड़ी करते हैं। इससे काफी पैसा आ रहा है,स्थानीय लोग इन युवाओं का समर्थन कर रहे हैं।
होश में आओ!
सोशल मीडिया पर मिल रही कोई अजनबी युवती अगर वीडियो कॉल कर आपको कपड़े उतारने के लिए मजबूर कर रहा है,तो होश में आ जाएं..! क्योंकि मोहक युवती कोई और नहीं बल्कि साइबर ठग गिरोह की सदस्य है। जो आपको दोस्ती में ठगी के जाल में फंसा रही है और न्यूड वीडियो कॉल कर देता है। उसके बाद उसे मोबाइल स्क्रीन पर निर्वस्त्र कर दिया गया। आपको कपड़े उतारने के लिए मजबूर करता है। हालांकि, साथ ही आपका वीडियो युवती द्वारा रिकॉर्ड किया जा रहा है। वीडियो कॉल खत्म होने के कुछ ही मिनटों में,आपका नग्न वीडियो आपके मोबाइल पर आ जाता है। इसके बाद साइबर ठग आपके दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर वीडियो प्रसारित करने की धमकी देकर पैसे की मांग करता है।
ऐसे समय में क्या करना चाहिए?
अगर किसी अजनबी से पहले वॉयस कॉल आती है और फिर वीडियो कॉल का अनुरोध आता है,तो उसे स्वीकार न करें।
अगर कोई इस तरह से ब्लैकमेल कर रहा है तो साइबर पुलिस से संपर्क करें।
अजनबी के उचित सत्यापन के बिना मित्र अनुरोध स्वीकार न करें।
सोशल मीडिया पर अपना सक्रिय मोबाइल नंबर अजनबियों के साथ साझा न करें।
व्हाट्सएप,फेसबुक,इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया पर अजनबियों से वीडियो कॉल स्वीकार न करें।