Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) रेलवे कर्मचारियों ने एक पेंट्रीकार,जो वृद्धावस्था के कारण सेवा से बाहर हो गई है और कुछ दिनों में एक रेस्तरां में बदल दी जाएगी। पेंट्रीकार अब कचरे से टिकाऊपन तक काम करते हुए आने वाले कई वर्षों तक काम करने में सक्षम होगी। घोरपडी में रेलवे कोचिंग कॉम्प्लेक्स में रेस्टोरेंट का नाम अन्नपूर्णा रखा गया है।
ट्रेन से गिराई गई सामग्री,कोच या लोकोमोटिव को घोरपडी में रेलवे क्षेत्र में रखा जाता है। परिवहन की जाने वाली वस्तुओं को स्क्रैप के रूप में बेचा जाता है। स्क्रैप सामग्री द्वारा अवरुद्ध स्थान को अन्य कार्यों के लिए उपलब्ध कराने के लिए,रेलवे स्क्रैप धातु में बिक्री के लिए विभिन्न वस्तुओं को हटाता है। जिसमें यह पेंट्रीकार बॉक्स भी शामिल था। यात्रियों को लाभ पहुंचाने के लिए रेलवे ने कैटरिंग और पेंट्रीकार डिब्बों का इस्तेमाल किया। ऐसा ही एक डिब्बा मलबे में पड़ा था। रेलवे के इंजीनियरों और कर्मचारियों ने इसका पुन:उपयोग करने और इसे अपने कर्मचारियों के लिए एक रेस्तरां में बदलने की योजना बनाई है।
पेंट्रीकार से बने अन्नपूर्णा रेस्तरां के इंटीरियर में आकर्षक सजावट की गई है। बैठने और भोजन का आनंद लेने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई सीटें भी हैं। इन सबके लिए रेलवे में उपलब्ध बेकार या अप्रचलित सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। इस रेस्टोरेंट में एक बार में 36 कर्मचारी बैठ सकते हैं। इस सेवा का उद्घाटन पुणे की रेल प्रबंधक रेणु शर्मा और मुख्य यांत्रिक अभियंता ए. के गुप्ता ने किया। संबंधित रेस्तरां वरिष्ठ यांत्रिक अभियंता विजयकुमार दादा के मार्गदर्शन में स्थापित किया गया है।