Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि पुणे-नासिक राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए अंबेगांव तहसील के कलांब में भूमि अधिग्रहण के दौरान गलत व्यक्तियों को वित्तीय मुआवजा दिया गया। इस मामले में भूमि अभिलेख उपाधीक्षक की रिपोर्ट सौंप दी गई है। इसी के तहत मामले की सुनवाई बुधवार (9 फरवरी) को जिला कलेक्टर कार्यालय में होगी। इस राजमार्ग के लिए जिले के खेड़ और अंबेगांव तहसील में भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। अंबेगांव तहसील के कलांब गांव के किसानों ने जिला कलेक्टर कार्यालय के भूमि अधिग्रहण विभाग में शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया है कि भूमि अधिग्रहण के दौरान गलत व्यक्तियों को वित्तीय मुआवजा दिया गया था। इस मामले में भूमि अभिलेख उपाधीक्षक की रिपोर्ट पेश की जानी थी।
लेकिन रिपोर्ट नहीं आने के कारण सुनवाई स्थगित कर दी गई। जिला प्रशासन ने बताया कि सुनवाई नौ फरवरी को होगी। इस हाईवे के लिए खेड़ और अम्बेगांव से नासिक में सिन तक भूमि अधिग्रहण करना होगा। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कुछ किसानों को मुआवजा दिया गया है। यह स्पष्ट नहीं है कि कलांब गांव में भूमि अधिग्रहण के दौरान किन किसानों की जमीन जब्त की गई है। इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र के किसानों ने गलत लाभार्थियों के खिलाफ जिला कलेक्टर कार्यालय के भूमि अधिग्रहण विभाग में शिकायत दर्ज कराई है और नौ फरवरी को सुनवाई होगी।
पुणे-नासिक राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण करते समय भूमि का बंटवारा (भूमि के उपखंड का उपखंड) न होने से असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। अम्बेगांव तहसील के किसानों ने आरोप लगाया है कि गलत लोगों को आर्थिक मुआवजा दिया गया। जगह की कमी से असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। यह स्पष्ट नहीं है कि आवंटन नहीं होने के कारण किस किसान की जमीन हाईवे के लिए ली गई है। इसलिए बंटवारे की मांग की जा रही है। भूमि अभिलेख उपाधीक्षक की रिपोर्ट पेश की जाएगी। उसके बाद यह स्पष्ट होगा कि किस किसान की जमीन परियोजना के लिए गई है।