Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे मनपा के नियोजित भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज को निजी भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर चलाया जाए, यह प्रस्ताव पालिका आयुक्त विक्रम कुमार ने सोमवार (14 दिसंबर) को मेडिकल कॉलेज ट्रस्ट की बैठक में दिया। क्या यह कॉलेज सफेद हाथी होगा क्योंकि नगरसेवक का कार्यकाल समाप्त होने के आखिरी दिन आयुक्त ने यह प्रस्ताव दिया था?
डॉ.नायडू अस्पताल की साइट पर मेडिकल कॉलेज
शहरके नागरिकों को उचित दरों पर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से तथा मनपा के स्वामित्व वाले एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना के उद्ेश्य से यह कदम उठाया गया है। नायडू संक्रामक अस्पताल की साइट पर भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल शुरू करने की योजना है। सरकार ने एक ट्रस्ट के जरिए इस कॉलेज को चलाने की मंजूरी दी है। ट्रस्ट में महापौर, नगरपालिका अधिकारी और समूह के नेता शामिल हैं।
कॉलेज को अंतिम मंजूरी मिलने के बाद पिछले सप्ताह महापौर की अध्यक्षता में ट्रस्ट की दो बैठकें हुईं। छात्रों से कितनी फीस ली जाए, प्रबंधन कैसा हो, कॉलेज चलाने पर हर साल होने वाला खर्च, आय के स्रोत क्या होंगे, पालिका की जिम्मेदारी क्या होगी, इस पर विस्तृत चर्चा हुई। इसके बाद सोमवार को हुई बैठक में पालिका को हर साल 200 करोड़ रुपये कॉलेज चलाने और नए भवन के निर्माण पर खर्च करने होंगे।
इसी पृष्ठभूमि में मनपा आयुक्त ने बैठक में पीपीपी सिद्धांत पर कॉलेज चलाने का प्रस्ताव रखा। इरादा पालिका की देनदारी कम करने का था। हालांकि ऐसा करने में केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का अध्ययन करने के बाद ही निर्णय लेना उचित होगा, बैठक में ऐसा कहा गया।