Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने आज सुबह पुणे में जुबानी हमला बोला। पुणेकर के स्वभाव का वर्णन करते हुए उन्होंने जोर-जोर से शोर मचाया। यह कहते हुए कि पुणे के लोगों ने उनका नामकरण करते हुए देवताओं को नहीं छोड़ा,उन्होंने मराठी भाषा में मुहावरा देते हुए कहा कि पुणे में सोत्या म्हसोबा,उपशी विठोबा से लेकर भिकरदास मारुति जैसे देवताओं के नामों का उल्लेख किया। सातवें कार्यक्रम से दस मिनट पहले अजित पवार मौजूद रहे। जो सूरजमुखी हैं वे मुझे कोस रहे हैं, मुझे सुबह के कार्यक्रम करना पसंद है। पुणे में महाविकास आघाडी का विकास काम दिखाओ,इनाम पाओ भाजपा ने ऐसा अभियान छेडा है। इस संदर्भ में जवाबी हमला करते हुए अजित पवार बोल रहे थे।
अजीत पवार के हाथों संजीवन उद्यान का भूमि पूजन समारोह
पुणे में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के हाथों संजीवन उद्यान का भूमि पूजन समारोह हुआ। पार्क की स्थापना वारजे क्षेत्र में वन विभाग की भूमि पर की जाएगी। अजीत पवार सुबह सात बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। अजीत पवार ने अपने भाषण में तूफान का नारा दिया।
पुणेकर का हाथ कोई नहीं पकड़ सकता!
अजित पवार ने कहा नामकरण में कोई पुनेकरों का हाथ नहीं पकड़ पाएगा। पुराने दिनों में जहां यह घटना हो रही होती है वहां अजीबोगरीब हादसे और हत्याएं होती थीं। साथ ही इस क्षेत्र में जंगली सूअर का भी काफी प्रकोप था। इसके अलावा पुणे में कई जगहों के नाम एक जैसे हैं। पुनेरी बोर्ड को लेकर हर तरफ कौतूहल है। कोई भी वास्तव में पुनेकर का हाथ नहीं पकड़ सकता।
पुणे के लोगों ने नामकरण करते समय देवताओं को भी नहीं बख्शा!
हर कोई पुनेरी पट्ठे के बारे में उत्सुक है। मैं आप सभी को गारंटी देता हूं कि कोई भी पुनेकर का हाथ नहीं पकड़ पाएगा,इसके पीछे पुनेकर का विचार,आप कैसे कह सकते हैं .. मारुति,सोत्या म्हसोबा नुस्ता म्हसोबा नो-सोत्या म्हसोबा, खुन्या मुरलीधर उपशी विठोबा,ताड़ीवाला दत्त,दुल्या मारुति,जिल्ब्य मारुति,भिकरदास मारुति .. पुनेकरों ने ऐसा नामकरण करते समय देवताओं को नहीं छोड़ा।
बीजेपी के इनाम पर अजित पवार का जवाब
महाविकास अघाड़ी सरकार ने जो किया है उसे दिखाने के लिए भाजपा ने इनाम की घोषणा की,लेकिन समीक्षा बैठक में हम इनमें से कई विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने पुणे शहर के भाजपा अध्यक्ष जगदीश मुलिक को जवाब देते हुए कहा कि वह पुणे में विकास कार्यों के लिए धन देने की कोशिश कर रहे थे और मेट्रो की किस्त बकाया न रहे ऐसी हमारी कोशिश रहती है।