Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज ठाकरे ने 5 जून को अयोध्या दौरे का ऐलान किया है। इस दौरे से पहले कहा गया था कि वह पुणे में एक सभा करेंगे और बिगूल फूंकेंगे। मनसे ने घोषणा की कि बैठक डेक्कन क्षेत्र में भिड़े पुल के पास नदी किनारे में होगी। कार्यकर्ताओं ने बैठक की तैयारी भी शुरू कर दी थी। इसके बाद राज ठाकरे पुणे पहुंचे। कार्यकर्ताओं के साथ बैठक शुरू हुई। लेकिन अचानक उन्होंने मुंबई की राह पकड़ ली। हालांकि ठाकरे की तबीयत खराब होने के कारण बैठक रद्द कर दी गई थी। इस बीच ठाकरे जैसे ही मुंबई के लिए रवाना हुए, पुणे पदाधिकारियों के अंदरुनी कलह सामने आ गई।
पुणे में मनसे के केंद्रीय कार्यालय द्धारा एक रैली का आयोजन किया गया। देर रात कार्यालय में हंगामा शुरू हो गया। और यह तू तू मैं मैं में समाप्त हुआ। शिवाजीनगर विभअग के अध्यक्ष रंजीत शिरोले और पार्टी के अन्य कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और पार्टी के भीतर आंतरिक विवाद फिर से सामने आ गया। विद्यार्थी सेना के शैलेश विटकर और शिरोले में बहस होने लगी। रंजीत शिरोले विभाग अध्यक्ष हैं। हालांकि, यह सवाल उठाया गया कि पार्टी की कोई बैठक क्यों नहीं बुलाई जाती है। बैठक में जब विटकर ने जवाब पूछा तो शिरोले भड़क गए। इसके बाद दोनों आपस में भिड़ गए। इससे कार्यकर्ता भी भड़क गए और तू तू मैं मैं हो गई। विवाद पुणे शहर अध्यक्ष और मनसे के सभी पदाधिकारियों के सामने हुआ।
मनसे का आंतरिक विवाद खुलकर सामने आया
पुणे में मनसे गुट के कुछ नेता पिछले कई दिनों से नाराज चल रहे हैं। इससे पहले वसंत मोरे की पार्टी छोड़ने की उम्मीद थी। उन्हें तुरंत अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। मनसे में अभी भी उथल-पुथल मची है। इसके लिए राज ठाकरे नेताओं से चर्चा करने वाले थे। हालांकि, खराब स्वास्थ्य के कारण बैठक रद्द कर दी गई थी। लेकिन राज ठाकरे के मुंबई पहुंचने से पहले ही मनसे सैनिक आपस में भिड़ चुके हैं।