Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज)आषाढी एकादशी के पावन पर्व पर आज पंढरपुर में भव्य मेला लगा है। संततुकाराम महाराज और संतज्ञानेश्वर माउली की पादुकाएं लेकर वारकरी विठ्ठल हरि के दर्शनार्थ हेतु पंढरपुर गत रात पहुंच चुके थे। आज सुबह तडके 2.30 बजे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनकी पत्नी रश्मी ठाकरे ने विठ्ठल हरि की महापूजा की। भव्य आरती उतारी और प्रभू कृष्ण रुपी विठ्ठल के चरणों में प्रार्थन की है कि महाराष्ट्र समेत देश से कोरोना संकट खत्म हो,सभी नागरिक स्वस्थ्य,सुखी,कुशहाल,शांतिमय जीवन यापन करें।
प्रतिवर्ष एकादशी के दिन पंढरपुर में भव्य हिंदू उत्सव का मेला लगता है। परंपरा के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अपनी पत्नी संग प्रथम आरती विठोबा की उतारते है। श्रद्धालु राज्य भर से अपनी अस्था के अनुसार पैदल चलकर लाखों की तादाद में पंढरपुर पहुंचते हैं,लेकिन इस वर्ष कोरोना के चलते सीमित सम्मानित पालकियों और भक्तों को ही मंदिर में प्रवेश दिया गया।
पूजा करने बाद ठाकरे ने कहा,पंढरपुर में भक्ति का समुद्र हो और वारकरियों को फिर से पैदल वारी करने की अनुमति दी जाए,इसके लिए,मैंने भगवान विट्ठल से कोविड-19 को खत्म करने और राज्य के लोगों को अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद देने की प्रार्थना की। इस मौके पर उनके बेटे और राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। वारकरी दंपति केशव कोलटे और इंदुबाई कोलटे को ठाकरे परिवार के साथ अनुष्ठान करने का मौका मिला। हर साल,मुख्यमंत्री के साथ आधिकारिक पूजा करने के लिए एक वारकरी जोड़े को चुना जाता है।
मुख्यमंत्री ने महापौर साधना भोसले को यात्रा अनुदान के 5 करोड़ रुपये का चेक पंढरपुर नगर परिषद को सौंपा। ठाकरे द्वारा विट्ठल-रुक्मिणी के चित्र का अनावरण किया गया। उन्होंने कहा कि मंदिर समिति इस विरासत को एक किताब के रूप में सहेज कर दुनिया को सौंपे। कार्यक्रम का प्रस्तावना भाषण मंदिर समिति के सह अध्यक्ष श्री.गहिनाथ औसेकर,सूत्रसंचालन मंदिर समिति के कार्यकारी अधिकारी विठ्ठल जोशी ने की।