Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) अगर कोई ग्राहक बिहार से पुणे के लिए ट्रेन से पार्सल भेजता है, तो पहले उसे दो-तीन दिन बाद पुणे स्टेशन जाना पड़ता था। हालांकि पुरानी व्यवस्था को अब चरणबद्ध तरीके से समाप्त किया जाएगा और ग्राहक निजी कूरियर कंपनियों की तर्ज पर यह ट्रैक कर सकेंगे कि उनके पार्सल उनके मोबाइल से कितनी दूर तक पहुंचे हैं। मध्य रेलवे के सूत्रों ने बताया कि पार्सल प्रबंधन प्रणाली (पीएमएस) पुणे में आठ दिनों में चालू हो जाएगी। नतीजतन ग्राहकों को अब स्टेशनों पर मदद के लिए फोन नहीं करना पड़ेगा।
साइकिल,किताबें,हस्तशिल्प,खाद्यान्न,भोजन,कपड़े,चप्पल आदि रेलवे पार्सल द्वारा ले जाया जाता है। इससे रेलवे को अच्छी आमदनी होती है। यात्रियों का अनुभव है कि पार्सल समय पर प्राप्त नहीं होते हैं, वे खो जाते हैं आदि। इस पृष्ठभूमि में रेलवे अब पार्सल परिवहन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसी के तहत मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर पीएमएस सेवा शुरू की जा रही है। पुणे में कर्मचारियों का प्रशिक्षण आठ दिनों में पूरा किया जाएगा, जिसके बाद यात्रियों को तुरंत सेवा उपलब्ध हो जाएगी।
चीजों को खोने की चिंता दूर हो जाती है
पुणे रेलवे स्टेशन से चलने वाली 222 से अधिक ट्रेनों से पार्सल सेवा प्रदान की जाती है। हालांकि, कभी-कभी ऐसा होता है कि गलती से कोई वस्तु दूसरे स्टेशन पर पहुंच जाती है या वह गलत जगह पहुंच जाती है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। लेकिन, अब नए सिस्टम के मुताबिक आइटम भेजने के बाद उसका मैसेज मोबाइल पर आएगा। यह संबंधित स्टेशनों पर कब पहुंचेगा और सामान आने के बाद भी ग्राहकों तक मोबाइल पर संदेश पहुंचेगा।
ऑनलाइन ट्रैकिंग
संबंधित नंबर के आधार पर कूरियर या स्पीड पोस्ट द्वारा भेजे गए पार्सल की तत्काल ट्रैकिंग आसान है। इसी तरह रेलवे पार्सल का विशिष्ट नंबर दर्ज करने के बाद ग्राहक इसे ऑनलाइन ट्रैक कर सकेंगे। यह रेलवे पार्सल वेबसाइट पर भी दिखाई देगा। पुणे में पार्सल कार्यालय में पीएमएस प्रणाली लागू की जा रही है। जल्द ही कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उसके बाद ग्राहक इसका लाभ उठा सकेंगे। ऐसी जानकारी पुणे रेलवे विभाग के जनसंपर्क अधिकारी मनोज झंवर ने दी।