पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जिसमें कोल्हापुर की एक महिला को एजंट के जरिए पुणे लाया गया और पैसे का लालच दिखाकर एक अज्ञात मरीज पर उसकी किडनी ट्रांसप्लांट कर दी गई। पुणे के रूबी हॉल क्लिनिक में ऐसा हुआ है। सर्जरी के बाद एजेंट के साथ वित्तीय लेन-देन विफल होने के बाद महिला ने एजेंट के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद इस तरह की तस्करी का पता चला। इस बीच रूबी हॉल प्रशासन ने भी महिला के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सारिका गंगाधर बढ़ई जयसिंहपुर,कोल्हापुर में रहती है। वहाँ वह होटल में चपातियाँ बनाती है और अपने अपंग बेटे सहित अपने दो बच्चों की देखभाल करती है। कुछ साल पहले उसका पति उसे छोड़कर चला गया। वह कर्ज के कारण लगातार तनाव में थी और अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित थी। इस बीच, एक साल पहले, वह एक महिला से मिली, जिसने उसकी पैसों की जरूरत को पहचाना और उसे रविभाऊ नाम के एक एजेंट से मिलवाया।
जाली दस्तावेजों से दिखा मरीज की पत्नी
एजेंट ने पुणे में सालुंके नाम के एक व्यक्ति को उसकी किडनी 15 लाख रुपये में बेचने की पेशकश की। उन्होंने यह भी कहा कि आप एक किडनी पर जीवित रह सकते हैं। सारिका सुतार ने भी 15 लाख रुपये में एक किडनी दान करने पर सहमति जताई। इस बीच, संबंधित महिला एक साल से अधिक समय से पुणे आ रही थी। उसका ब्लड ग्रुप सालुंके नाम के एक व्यक्ति से भी मेल खाता था जिसे किडनी की जरूरत थी।
गुर्दे का यह मौखिक लेन-देन एंजेट के माध्यम से किया गया था। हालांकि, किडनी करीबी रिश्तेदारों को दान की जाती है। जाली दस्तावेज बनाकर इसमें सारिका का नाम बदलकर शोभा सालुंके कर दिया गया। उन्होंने संबंधित गुर्दा प्रत्यारोपण समिति को लिखित रूप में भी कबूल किया। पिछले हफ्ते इसी दस्तावेज के आधार पर सारिका की किडनी निकालकर 19 साल की एक लड़की को दी गई थी, जिसे किडनी की जरूरत थी। बच्ची की मां को किडनी सालुंके को प्रत्यारोपण की गई। यह प्रत्यारोपण प्रक्रिया सफल रही।
इस तरह सामने आया
इस बीच मरीज सालुंके की सगी पत्नी भी पूछताछ के लिए अस्पताल आ-जा रही थी। सारिका के परिजनों के मुताबिक, एजेंट उससे मिलने अस्पताल आता था। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद क्या सारिका ने अपनी बहन को एजेंट रविभाऊ से पैसे दिलवाए थे? इस पर रविभाऊ सिर्फ 4 लाख रुपये देने को राजी हुए। लेकिन रुपये नहीं मिलने के कारण इसके बाद सारिका और उसके परिजनों ने कोरेगांव पार्क थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस संबंध में शिकायत भी दर्ज कर ली है और मामले की जांच की जा रही है।
क्या इससे पहले रवि भाऊ ऐसा कर चुके हैं?
पुणे में एक गरीब महिला के किडनी ट्रांसप्लांट और उसकी किडनी निकालने का चौंकाने वाला मामला जहां सामने आया है, वहीं यह पता लगाना भी जरूरी होगा कि क्या रविभाऊ इससे पहले इस तरह किडनी की तस्करी कर चुके हैं।
अस्पताल के सीसीटीवी में रवि भाऊ की तस्वीर हो सकती है
महिला के मुताबिक कोल्हापुर में किडनी डोनर से मिला रविभाऊ पुणे का रहने वाला है। उसके रिश्तेदारों के मुताबिक, वह उससे अस्पताल भी गया था। अगर वह अस्पताल में संबंधित महिला से मिला है, तो संभव है कि उसकी तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गई हो।