Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कोरोना प्रतिबंध हटने के बाद इस साल पहली बार फिर से गणेश उत्सव का आयोजन किया जाएगा। यह पुणे में गणेश मंडलों की आदर्श गतिविधि होगी। पुणे शहर में कुल नौ सार्वजनिक गणेश मंडल एक साथ आएंगे। नौ गणेश मंडल संयुक्त जुलूस निकालेंगे। इस साल का गणेशोत्सव खास होगा क्योंकि शहर के नौ गणेश मंडल संयुक्त रूप से गणराय के आगमन की शोभायात्रा निकालेंगे। 31 अगस्त को दोपहर 2 से 5 बजे के बीच गणेश मंडलों की शोभायात्रा निकलेगी। साथ ही ये गणेश मंडल मिलकर करीब 75 सामाजिक गतिविधियों को अंजाम देने जा रहे हैं। पंचकेदार मंदिर का निर्माण दगडूशेठ गणपति मंदिर ट्रस्ट युद्धस्तर पर कर रहा है। श्री पंचकेदार मंदिर हिमालय के पास भगवान शिव शंकर के निवास स्थान पर स्थित है।
31 हजार महिलाओं ने अथर्वशीर्ष का पाठ
एक सितंबर को सुबह छह बजे 31 हजार महिलाओं का अथर्वशीर्ष पाठन कार्यक्रम होगा। सुरक्षा के लिए 150 सीसीटीवी लगाए गए हैं। दगडूशेठ गणपति ट्रस्ट के अध्यक्ष का चुनाव 15 सितंबर को होगा। अशोक गोडसे के निधन के बाद कई महीनों से अध्यक्ष पद खाली है। इस वर्ष गणेशोत्सव का आयोजन दगडूशेठ गणपति उत्सव अध्यक्ष के बिना होगा।
मिलेगा मोदक का प्रसाद
इस साल से तिरुपति बालाजी जैसा प्रसाद दिया जाएगा। बालाजी मेें लड्डू और दगदूशेठ गणपति मंदिर ट्रस्ट द्वारा मोदक दिया जाएगा। पुणे में गणेश मंडल ने गणेशोत्सव की परंपरा को बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया। गणेश मंडलों ने मिलकर एक अच्छा फैसला लिया है। सुरक्षा की दृष्टि से बंदोबस्त किए गए हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस बार प्रसाद मोदक के होंगे। इसका मकसद गणेशोत्सव की परंपरा को बनाए रखना है।