Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) जरंडेश्वर चीनी फैक्ट्री हिमगिरी पर्वत का सिर है। इसलिए सभी 54 चीनी मिलों की जांच होनी चाहिए। इसके लिए मैं आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इसकी मांग करूंगा। यह जानकारी आज भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने दी। इसलिए इन 54 चीनी मिलों के निदेशकों और कारखानों से जुड़े नेताओं के मुश्किल में पड़ने की संभावना है।
54 चीनी मिलों को निचले स्तर पर बेचा गया है। इसलिए इन फैक्ट्रियों की जांच होनी चाहिए। वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और अन्य ने 54-55 कारखानों की जांच के लिए याचिका दायर की है। इसलिए सभी से पूछताछ की जानी चाहिए। इसके लिए अमित शाह को पत्र लिखकर मांग की जाएगी। अगर भाजपा के शासन काल में कोई भ्रष्टाचार था तो इन मामलों को किसने रोका? यह भी तानाशाही है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार की भी आलोचना की। उन्होंने कहा मुझे पत्र न लिखने के लिए कहना एक तरह की तानाशाही है।
राउत अकेले शिवसेना नेता
शिवसेना नेता संजय राउत के दिल्ली में भाजपा नेताओं से मिलने की अफवाह है। इस पर उन्होंने प्रतिक्रिया भी दी। राउत शिवसेना सांसद हैं। इसलिए वे हमेशा दिल्ली जाते हैं। राउत शिवसेना के एकमात्र नेता हैं जिन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वह वहां किससे मिले थे। वह उद्धव ठाकरे के इकलौते नेता हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि शिवसेना के पास उनके अलावा कोई अन्य नेता नहीं है।
अन्ना हजारे ने क्या कहा?
इस बीच वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भी जरंडेश्वर के खिलाफ कार्रवाई के बाद प्रतिक्रिया दी थी। अब ईडी को 49 चीनी मिलों की जांच करनी चाहिए। हमने उच्च न्यायालय में 4,000 पृष्ठों का कारखाना रिकॉर्ड दाखिल किया है। वह अभी सेशन कोर्ट में है। मामला चल रहा है। संयोग से अब इस मामले को ईडी ने अपने हाथ में ले लिया है। इसलिए मुझे उम्मीद है कि यह सब सामने आ जाएगा। चीनी उद्योग में भ्रष्टाचार की जांच जरूरी है। यह राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। राजनीतिक दलों और पार्टियों का इससे कोई लेना-देना नहीं है। सहकारिता आंदोलन को जीवित रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि निजीकरण एक खतरा है।