Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) भारतीय वायु सेना इस समय पूर्ण स्वदेशीकरण की राह पर है। वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल विभास पांडे ने मंगलवार को कहा कि वायुसेना के लड़ाकू विमानों के लिए भी स्वदेशी टायर और बैटरी का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे करीब 600 करोड़ रुपये की बचत होगी।
भारतीय वायु सेना द्वारा वायु सेना के स्वदेशीकरण पर एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन पुणे के एयर फ़ोर्स बेस रिपेयर डिपो में किया गया। इस अवसर पर वायु सेना अनुरक्षण विभाग के प्रमुख एयर मार्शल विभास पांडेय की उपस्थिति में वायु सेना के स्वदेशीकरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। इस अवसर पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (डीआरडीओ) की विभिन्न प्रयोगशालाओं के वैज्ञानिकों के साथ-साथ वायु सेना के विभिन्न विभागों के अधिकारी और वायु सेना से जुड़ी निजी कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
संगोष्ठी का उद्देश्य आवश्यक प्रौद्योगिकी,बुनियादी ढांचे के विस्तार को प्रोत्साहित करना और देश की आत्मनिर्भरता नीति के आधार पर भारतीय वायु सेना के पूर्ण स्वदेशीकरण के लिए अन्य देशों पर निर्भरता कम करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करना था।
भारतीय वायु सेना का बेड़ा विविध और विशाल है। मूल उपकरण निर्माताओं पर उनके रखरखाव के लिए निर्भरता कम करने के लिए घरेलू विकल्पों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर, एयर मार्शल पांडे ने डीआरडीओ प्रयोगशालाओं,शैक्षणिक संस्थानों,उद्योग और वायु सेना की क्षमताओं और विशेषज्ञता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में वायु सेना को मजबूत और स्वदेशी बनाने की प्रक्रिया में कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित प्रौद्योगिकी विकसित करने के साथ-साथ विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की गई।