पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) दौंड जिले के भीमा नदी बेसिन में अवैध बालू ले जा रही 20 यांत्रिक नौकाओं को जिलेटिन की मदद से नष्ट करने के लिए राजस्व और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की है। 1 करोड़ 33 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। मशीनी नाव की सहायता से भीमा नदी घाटी में अवैध बालू ढोया जा रहा था। यह सब एक धमाके के साथ शुरू हुआ। दौंड अनुमंडल पुलिस अधिकारी राहुल धास,तहसीलदार संजय पाटिल,पुलिस निरीक्षक विनोद घुगे ने भीमा नदी घाटी में सीधे जा रहे अवैध बालू ड्रेजर की 20 यांत्रिक नौकाओं को नष्ट कर दिया है। पुलिस और राजस्व विभाग का संयुक्त अभियान 10 घंटे तक चला। बालू माफिया बढ़ रहे हैं। गुप्त रेत चोरी भी सिरदर्द बनता जा रहा है। हालांकि कहा जा रहा है कि पुलिस अधिकारियों की इस व्यापक कार्रवाई से बालू चोरी पर अंकुश लग सकता है।
बड़ी वस्तुओं की जब्ती
बताया जाता है कि दाउद में भीमा नदी घाटी में अवैध बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर पुलिस और राजस्व विभाग ने अच्छी धमक दिखाई है। बालू माफियाओं ने अवैध रूप से रेत चोरी करने के लिए यहां खुला बाजार लगा रखा था। हालांकि अब इसे कहीं प्रतिबंधित बताया जा रहा है। राजस्व विभाग और पुलिस की कार्रवाई में बीस यांत्रिक नौकाओं को नष्ट कर दिया गया। 10 घंटे की कार्रवाई के दौरान कुल 1 करोड़ 33 लाख रुपये जब्त किए गए।
क्या बालू चोरी पर लगाम लगेगी?
राजस्व विभाग और पुलिस ने दौंड में 20 यांत्रिक नौकाओं को नष्ट कर दिया है। हालांकि, इस कार्रवाई के बाद भी क्या बालू माफिया उद्योग रुकेगा या नहीं, इस पर फिलहाल चर्चा चल रही है। राजस्व विभाग व पुलिस समय-समय पर बालू माफियाओं को पकड़ ले तो बालू माफिया पर अंकुश लगाया जा सकता है। अब देखना होगा कि इस ऑपरेशन में बालू माफिया पर लगाम लग पाती है या नहीं।
प्रदेश में बालू माफिया की ठिकाना
प्रदेश में सिर्फ पुणे के दौंड में ही नहीं बल्कि अन्य जगहों पर भी बालू माफियाओं का ठिकाना है। रेत माफियाओं पर नकेल कसने के लिए राज्य में अधिकारियों पर हमले के मामले भी सामने आए हैं। अब इन सभी मामलों को गंभीरता से लेने की जरूरत है और अवैध बालू ड्रेजर के खिलाफ कार्रवाई की जरूरत है। लगातार कार्रवाई से अवैध रेत निकासी नहीं रुकेगी और रेत निकासी पर भी अंकुश लगेगा।