पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) महाविकास अघाड़ी सरकार गिर सकती है इस संभावना के तहत दो दिनों में इस सरकार ने विकास कार्यों के लिए 1,500 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इस संबंध में अजीत पवार ने आदेश ले लिया है। दरअसल, एकनाथ शिंदे (विद्रोही शिवसेना विधायक शिंदे समूह) समेत सभी बागी विधायकों ने कहा कि उनके बगावत का एक मुख्य कारण फंड नहीं मिलना था। हालांकि, महाविकास अघाड़ी सरकार ने अकेले पुणे जिले में विकास कार्यों के लिए 1,293 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की। पिछले दो दिनों में कुल 1,690 करोड़ रुपये मंजूर किए गए। उद्धव ठाकरे ने बुधवार देर रात मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सप्ताह की शुरुआत में राजनीतिक घटनाक्रम ने रफ्तार पकड़ ली थी। यह भी पता चला है कि एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद हजारों करोड़ रुपये की जीआर वास्तव में निकाली गई थी। पिछले दो दिनों में 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की मंजूरी दी गई है। अजित पवार ने कहा है कि सरकार हो या न हो विकास काम नहीं रुकना चाहिए।
कोरोना होने के बावजूद नहीं रुका काम!
अजित पवार ने नियमानुसार इस फंड का बंटवारा किया है। अजित पवार अपने प्रशासनिक कार्यों और साहसिक निर्णय लेने के लिए जाने जाते हैं। अजित पवार को दो दिन पहले ही कोरोना हो गया था। इसके बाद उसे क्वारंटाइन कर दिया गया था। पिछले दो दिनों में यह बात सामने आयी है कि अजीत पवार ने पुणे के लिए सबसे ज्यादा राशि मंजूर की है।
पुणे पर धन वर्षा
महाविकास अघाड़ी सरकार के अंतिम दो दिनों में कुल 112 सरकारी आदेश जारी किए गए। इन आदेशों के माध्यम से अजीत पवार ने विभिन्न विभागों के लिए 1,609 करोड़ रुपये के कार्यों को मंजूरी दी। इसमें से 1,293 करोड़ रुपये अकेले पुणे के लिए खर्च किए जाएंगे।
पुणे जिले के लिए स्वीकृत 1293 करोड़ रुपये में से 349 करोड़ रुपये जेजुरी गढ़ मंदिर के विकास पर खर्च किए जाएंगे। संभाजी महाराज समाथी स्थल के विकास के लिए 269 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। नगर पालिकाओं, नगर परिषदों और पंचायतों के लिए 675 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।