Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे की पूर्व पुलिस आयुक्त रश्मि शुक्ला कोरेगांव भीमा दंगों की जांच के लिए कोरेगांव भीमा जांच आयोग के समक्ष पेश हुई। इस बीच पता चला है कि रश्मि शुक्ला से कोरेगांव भीमा जांच आयोग के समक्ष पूछताछ की जा चुकी है। 2018 के दंगों में हुई हिंसा के बाद राज्य सरकार ने इस मामले को पूर्व न्यायाधीश जे.पी. एन समिति का गठन पटेल की अध्यक्षता में किया गया था।
इस बीच 2018 में दंगों के बाद राज्य सरकार ने इस मामले को कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश जे.एस.एन पटेल (उच्च न्यायालय) और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव सुमित मलिक की अध्यक्षता में एक जांच आयोग नियुक्त किया गया है। आयोग द्वारा फिलहाल शुक्ला की गवाही दर्ज की जा रही है। इस बीच, मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को भी तलब किया गया था,लेकिन वह पेश नहीं हुए। उस समय, सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) थे। हालांकि शुक्ला आयोग के सामने पेश हुई। उन्होंने हलफनामा दाखिल करने के लिए समय भी मांगा। उन्होंने आयोग को बताया था कि इस कार्यक्रम के संबंध में पुणे पुलिस से कुछ दस्तावेज अभी प्राप्त नहीं हुए हैं।
क्या मामला है?
पुणे जिले के कोरेगांव भीमा में एक विजय स्तंभ है,जो अंबेडकर के लोगों के लिए एक प्रेरणा है और हर साल 1 जनवरी को लाखों लोग इस जगह पर आते हैं। इस बीच ऐतिहासिक युद्ध की स्मृति में स्तंभ खड़ा किया गया। 1 जनवरी 2018 को उस लड़ाई की 200वीं बरसी के मौके पर इस जगह पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। वहीं, इलाके में हिंसा भड़क गई थी।